महाशिवरात्रि पर शहर में 11 लाख दीये जलाकर बनायेंगे वर्ल्ड रिकॉर्ड।

विभिन्न घाटों पर पानी की आकर्षक आतिशबाजी की जाये- मंत्री डॉ. यादव, उच्च शिक्षा मंत्री ने महाशिवरात्रि पर आयोजित होने वाले दीपोत्सव की तैयारियों के संबंध में बैठक ली।

उज्जैन । प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरूवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय के कक्ष में आगामी महाशिवरात्रि पर वृह्द स्तर आयोजित होने वाले दीपोत्सव की तैयारियों के संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। उल्लेखनीय है कि इस बार महाशिवरात्रि पर शहर में एक साथ 11 लाख दीये जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जायेगा।
बैठक में मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि शहर के प्रमुख घाटों और महाकालेश्वर मंदिर के प्रांगण व कोटितीर्थ के समीप दीये लगाये जायेंगे साथ ही सभामण्डप की छत, क्षीरसागर, दशहरा मैदान, टावर चौक, शहीद पार्क, महामृत्यंजय द्वार पर भी दीये लगाने पर विचार किया जाये। शाम के समय दीयों की रौशनी जहाँ-जहाँ आकर्षक लगे और आमजन देख सकें ऐसे स्थानों पर दिये लगाये जायें। मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस बार का महाशिवरात्रि पर्व खास होगा और शिव नवरात्रि से ही शहर में उत्सव का माहौल बनेगा।
जहाँ दीये ना जलाये जाने हो वहाँ महाशिवरात्रि पर्व पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियाँ भी दी जाये। व्यावसायिक भवनों और विभिन्न कार्यालयों पर रोशनी के लिए दीवाली की तर्ज पर सीरिज लगाई जाये। यह महाशिवरात्रि के एक हफ्ते पहले से प्रारंभ हो जाये। दीये लगाने के लिए कोटवार, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक से सहयोग लिया जाये। 12वीं कक्षा और विभिन्न महाविद्यालय के बच्चों को भी इसमें शामिल किया जाये।
बैठक में दीये, तेल और बत्ती उपलब्ध कराने के संबंध में चर्चा की गई। जानकारी दी गई कि कुछ स्थानीय लोगों से दीये उपलब्ध कराने के संबंध में चर्चा की जा रही है। मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 25 फरवरी तक निर्धारित संख्या में दीये उपलब्ध हो जाने चाहिये। 11 लाख दीये जलाने में लगभग 15 से 16 हजार लीटर तेल की आवश्यकता होगी। विशेष स्थानों पर डिजाइनर दीये भी लगाये जायेंगे।  बताया गया कि ईसाई समुदाय के द्वारा स्वीमिंग पूल और कोठी रोड़ पर दीये जलाने में सहयोग किया जायेगा।
मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि महाशिवरात्रि के पहले प्रमुख घाटों और मंदिरों का रंग रोगन करवाया जाये। एक व्यक्ति एक समय में अधिक से अधिक कितने दीये जला सकता है, इसका डेमोन्सट्रेशन करवाया जाये साथ ही उन्हें ट्रेनिंग भी दी जाये। इसके अलावा प्रमुख घाटों पर पानी की आकर्षक आतिशबाजी भी की जाये।
बैठक में श्री जगदीश अग्रवाल, श्री संजय अग्रवाल, श्री जगदीश पांचाल, श्री सुरेन्द्र अरोरा, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री अंशुल गुप्ता, जिला आपुर्ति निंयत्रक श्री एम एल मारू साहित अन्य अधिकारीगण और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।