उज्जैन। उज्जैन संभागायुक्त श्री संदीप यादव ने आगामी गेहूं उपार्जन से सम्बन्धित सभी तैयारियां समय से पूरी करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। संभागायुक्त ने आज संभागीय उपार्जन समिति की समीक्षा बैठक लेते हुए निर्देश दिये कि किसी भी स्थिति में किसानों का गत वर्ष का गेहूं उपार्जन का भुगतान लम्बित न रहे। उन्होंने गेहूं परिवहन, बारदाने की स्थिति, पंजीयन की स्थिति, साइलो बैग, भण्डारण की स्थिति की समीक्षा की। बताया गया कि उज्जैन जिले में एक लाख तीन हजार 763 किसानों ने गेहूं का, सात हजार 814 किसानों ने चना, 476 किसानों ने मसूर एवं एक हजार 359 किसानों ने सरसों उपार्जन के लिये अपना पंजीयन कराया है। किसान पंजीयन के लिये उज्जैन में 164 पंजीयन केन्द्र, आगर-मालवा में 35, देवास में 87, नीमच में 41, मंदसौर में 74, रतलाम में 65 एवं शाजापुर में 77 पंजीयन केन्द्र बनाये गये हैं।
बैठक में बताया गया कि सभी पंजीकृत किसानों को ओटीपी भेजा जा रहा है। सभी के आधार नम्बर दर्ज हैं। एक क्लिक पर सभी किसानों की जानकारी उपलब्ध है। बोवनी वाले खेत का पटवारी द्वारा सत्यापित किया गया है। बताया गया कि व्यापारी अब सीधे किसानों से उपज का सौदा कर रहे हैं। वे किसानों के खेत या घर में जाकर भाव तय कर लेते हैं। इसलिये इस बार उपार्जन केन्द्रों एवं मंडी में आवक का प्रतिशत कुछ कम रहेगा। गेहूं का उत्पादन उज्जैन संभाग में उच्च क्वालिटी का है। इसलिये 2600 से 2680 रुपये प्रति क्विंटल भाव मिलने की संभावना है। निम्न क्वालिटी का गेहूं भी 2100 रुपये तक उठ रहा है। रेट बढ़ने की संभावना को देखते हुए किसान रूककर अपना गेहूं बेचना चाहते हैं। इस बार प्रतिदिन अनुमानित 30 से 35 हजार क्विंटल गेहूं की आवक मंडियों में हो रही है। वहीं अनुमानत: 48 से 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गेहूं उत्पादन का अनुमान है। दलिया वाला गेहूं भी 48 से 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक निकल रहा है। सभी खरीदी केन्द्रों में किसानों के मोबाइल नम्बर, आधार नम्बर फीड किये जा चुके हैं।
संभागायुक्त श्री संदीप यादव ने गेहूं उपार्जन के एक-एक पाइंट पर रिविजन करने के निर्देश दिये और कहा कि खरीदी के दौरान कोई भी कंट्रोवर्सी न रहे। बताया गया कि अभी मात्र 20 से 25 समितियों का पुराना भुगतान लम्बित है। बाकी सभी समितियों का भुगतान कर दिया गया है। बारदाने की समीक्षा करते हुए श्री यादव ने निर्देश दिये कि अभी से पर्याप्त संख्या में बारदाने मंगा लिये जायें, अन्यथा एनवक्त पर व्यवस्था बिगड़ने की संभावना रहती है। बताया गया कि लक्ष्य के विरूद्ध लगभग 77 प्रतिशत बारदाने का स्टॉक मंगा लिया गया है। जैसे-जैसे खरीदी आगे बढ़ेगी और बारदाने की आवश्श्यकता होगी, वैसे ही बारदाने की आपूर्ति करा ली जायेगी। संभागायुक्त ने गेहूं परिवहन भी सुचारू रूप से करने के निर्देश दिये। भण्डारण की स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने पाया कि भण्डारण की समस्या इस बार सामने नहीं आयेगी, क्योंकि पुराने स्टाक को वेयर हाऊस से रिक्त किया जा रहा है। बताया गया कि अफगानिस्तान एवं अन्य जगह परिवहन किया गया है। वेयर हाऊस में पर्याप्त भण्डारण क्षमता है। इसलिये इस वर्ष साइलो बैग एवं केप बनाने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी। खाचरौद, नागदा एवं अकोदिया में साइलो बैग है। वहीं 15 मैट्रिक टन के वेयर हाऊस भी रिक्त हैं। गेहूं उपार्जन का भण्डारण सबसे पहले सरकारी वेयर हाऊस में ही किया जायेगा। इतनी क्षमता है कि दो लाख 82 हजार मैट्रिक टन गेहूं सरकारी वेयर हाऊस में भण्डारित हो सकता है।
बैठक में खाद्य विभाग, सहकारिता, कृषि, मंडी, नागरिक आपूर्ति निगम, मार्कफेड, नापतौल एवं एफसीआई के संभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।