राम भक्ति से सराबोर हुआ रामघाट, ओडिसी नृत्य से किया श्रीरामाय नमः पावन नदी क्षिप्रा रामघाट पर तीन दिवसीय प्राकट्य पर्व शुरू।
उज्जैन।धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी उज्जैन में संस्कृति संचनालय के माध्यम से चैत्र नवरात्रि के अवसर पर संस्कृति विभाग द्वारा एमपी टूरिज्म के सहयोग से प्राकट्य पर्व का आयोजन किया जा रहा है। इस पर्व के दूसरे दिन शनिवार शाम को पावन नदी क्षिप्रा के तट रामघाट राम भक्ती की धारा बही। भोपाल की डॉ दीप्ति गेडाम परमार व टीम ने राम भक्ति पर आधारति गायन की प्रस्तुति दी। डॉ दीप्ति ने चार साल की उम्र में ही अपने पिता श्री प्रकाश गेडाम से संगीत की शिक्षा लेना शुरू कर दी थी। आज की इस प्रस्तुति में गायन को उन्होंने अपने अनुभव की झलक दिखाई। आयोजन को विशेष मुकाम पर पहुंचाया।
सुश्री रोजलीन सुंदार्ये पुरी द्वारा श्रीरामाय नमः की उड़ीसा यानी ओडिसी नृत्य की समूह प्रस्तुति दी। ओडिसी नृत्य के दल ने खास तौर पर नवरात्र के तहत भगवान श्रीराम को नमन किया। इन कलाकारों ने रामघाट के मंच पर अद्भत प्रस्तुति दी। उज्जैन के श्री कुलदीप दुबे और उनके साथी कथक नृत्य की प्रस्तुत दी।
10 अप्रैल को इस समारोह का समापन हो रहा है। महानवमी पर प्रभु राम के प्राकट्य का उत्साह मनाया जाएगा। श्री अप्पू कुट्टन केरल की श्रीराम अभिषेकम पर कथकली नृत्य की प्रस्तुति होंगी। श्री सुरंजन-शुभम खंडालकर एवं साथी जो पुणे से आ रहे है, वे राम भक्ति के गीत से राम वंदना करेंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की मंशा अनुसार मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड एवं संस्कृति विभाग द्वारा चैत्र नवरात्रि के अवसर पर प्रदेश के 12 स्थलों पर प्राकट्य पर्व का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में उज्जैन का भी चयन किया गया है। इसका समापन रविवार को होने जा रहा है। इस नई पहल को सभी ने काफी सराहा हैं।