उज्जैन 22 दिसम्बर। ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा एवं मैजिक जैसे सार्वजनिक परिवहन के संसाधनों का उपयोग न केवल प्रदेश व देश के बल्कि विदेशों से आने वाले तीर्थ यात्री भी अक्सर करते हैं। बाहर से आने वाले अतिथि की सबसे पहले मुलाकात रिक्शा एवं ऑटो रिक्शा संचालकों से होती है और इन्हीं के व्यवहार के आधार पर वे शहर की छवि बनाते हैं। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा एवं मैजिक संचालकों की बैठक में कहा है कि वे आने वाले अतिथियों से मृदु व्यवहार करें, जय महाकाल के उद्घोष के साथ उनका अभिवादन करें व उन्हें होटल व मन्दिर के लिये नियत स्थानों के पास ले जाकर उचित किराया लेकर उन्हें पहुंचायें। कलेक्टर ने कहा है कि उज्जैन की छवि निर्माण करने में ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा व मैजिक चालकों का अत्यधिक योगदान है। उन्होंने कहा कि जनवरी माह में इन्दौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन, ग्लोबल समिट एवं जी-20 सम्मेलन होने जा रहे हैं, इस कारण से बड़ी संख्या में विदेश एवं देश के विभिन्न क्षेत्रों से यात्रीगण श्री महाकाल महालोक को देखने एवं भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिये पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि यह अवसर विश्वभर में उज्जैन की अच्छी छवि पहुंचाने का दुर्लभ अवसर है। कलेक्टर ने कहा कि उज्जैन के अतिथि सत्कार की छवि को उज्ज्वल बनाने में सार्वजनिक परिवहन के चालकों का बड़ा महत्व है।
कलेक्टर ने कहा है कि हमारा प्रयास होना चाहिये कि बाहर से आने वाले अतिथियों के जेहन में उज्जैन की अच्छी छवि उभरे.