उज्जैन । मंगलवार को प्रशासनिक भवन के द्वितीय तल पर स्थित सभाकक्ष में अपर कलेक्टर श्री मृणाल मीना एवं अन्य अधिकारियों द्वारा विभिन्न मामलों में जनसुनवाई की गई। ग्राम केसवाल तहसील माकड़ोन निवासी किशनलाल ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित उनके स्वामित्व की कृषि भूमि को थाने में तैनात आरक्षक के द्वारा गोपनीय तरीके से एक अन्य व्यक्ति के नाम करवा दिया गया है तथा जमीन की रजिस्ट्री भी करवा ली गई है, जबकि शासकीय अभिलेख में जमीन पर उनका नाम दर्ज है। इसके अलावा उनके द्वारा उगाई गई गेहूं की फसल को भी काटने का कार्य किया जा रहा है। इस पर तहसीलदार माकड़ोन को मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये।
माकड़ोन निवासी शिवनारायण ने आवेदन दिया कि उन्होंने शाजापुर में रहने वाले एक व्यक्ति से एक बस खरीदी थी, जिसका सौदा तय होने के पश्चात उन्होंने उस व्यक्ति को कुछ रुपये अदा कर वाहन का कब्जा प्राप्त किया था। इसके अलावा अलग-अलग किश्तों में उन्होंने राशि व्यक्ति को दी, परन्तु व्यक्ति के द्वारा कुछ दिन पहले बस पर पुन: कब्जा कर लिया गया है तथा विरोध करने पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया है। इस पर पुलिस अधीक्षक को उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
महिदपुर निवासी हेमलता शर्मा ने आवेदन दिया कि उन्होंने एक प्रायवेट फायनेंस कंपनी में कुछ राशि जमा की थी, परन्तु कंपनी के द्वारा उन्हें इसकी डायरी आज दिनांक तक बनाकर नहीं दी गई है तथा जमा राशि की मांग करने पर वह भी देने से मना कर दिया गया है। इस पर एडीएम को प्रकरण की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
आगर नाका विराट नगर निवासी साबिराबी पति हनीफ खान ने आवेदन दिया कि महिदपुर तहसील में उनके स्वामित्व की कृषि भूमि है, जिस पर पटवारी के द्वारा पंचनामा भी बनाया जा चुका है, परन्तु आज दिनांक तक उन्हें जमीन पर कब्जा नहीं दिलवाया गया है। इस पर एसडीएम महिदपुर को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये
ग्राम झिरोलिया तहसील उज्जैन निवासी तोलाराम ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित शासकीय जमीन व हैण्ड पम्प पर कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है। इस पर तहसीलदार उज्जैन ग्रामीण को मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम राघवी तहसील महिदपुर निवासी बनेसिंह सोलंकी ने आवेदन देकर शिकायत की कि गांव के सरपंच और सचिव के द्वारा शासकीय योजनाओं के तहत प्रदाय की जाने वाली राशि का फर्जी तरीके से आहरण कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इस पर सीईओ जनपद पंचायत को मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम दिलौद्री तहसील तराना निवासी दिनेशचंद्र विश्वकर्मा ने आवेदन दिया कि गांव में उनके स्वामित्व की कृषि भूमि पर कपिल धारा योजना के अन्तर्गत उनके द्वारा एक कुआ खुदवाया गया था। कुए के निर्माण के दौरान योजना के तहत उन्हें राशि प्राप्त नहीं हुई है। इस पर सीईओ जनपद पंचायत तराना को मामले की जांच कर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
इसी प्रकार अपर कलेक्टर द्वारा अन्य मामलों में जनसुनवाई की गई।