श्रमिकों को सम्मान और वंचितों को मान दिलाना हमारी प्राथमिकता – प्रधानमंत्री श्री मोदी।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कपास के क्षेत्र में इंदौर के पुराने गौरव को फिर से स्थापित करेगी डबल इंजन की सरकार।
मैं मजदूर का बेटा हूं, श्रमिक वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहूंगा – मुख्यमंत्री डॉ. यादव।
तीन दशकों के संघर्ष को मिला विराम, हुकुमचंद मिल के 4 हजार 800 से अधिक मजदूरों को राज्य शासन ने दी राहत।
308 करोड़ की लागत से बन रहे सोलर पावर प्लांट परियोजना का हुआ शिलान्यास।
प्रधानमंत्री श्री मोदी की वर्चुअली उपस्थिति में इंदौर में आयोजित “मजदूरों का हित मजदूरों को समर्पित कार्यक्रम” में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव।

इंदौर । प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की वर्चुअली सहभागिता में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती ‘सुशासन दिवस’ पर इंदौर में हुए ‘मजदूरों के हित-मजदूरों को समर्पित’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बटन दबाकर श्रमिकों को हितलाभ वितरण की प्रक्रिया का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का अभिवादन किया तथा हुकुमचंद मिल के मजदूरों को वितरित होने वाले हितलाभ का चेक श्रमिक यूनियन के प्रतिनिधियों और लिक्विडेटर को सौंपा। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ग्रीन बॉन्ड से अर्जित धनराशि से बनने वाले 60 मेगावाट सौर ऊर्जा प्लांट परियोजना का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लगभग 429 करोड़ के जन कल्याणकारी विकास कार्यों का भूमिपूजन-लोकार्पण किया तथा 175 दिव्यांगजनों को रेट्रोफिटेड स्कूटी वितरित की।

प्रदेश की नई सरकार का पहला सार्वजनिक कार्यक्रम गरीब और श्रमिकों के लिए करना मेरे लिए संतोष का विषय है – प्रधानमंत्री श्री मोदी

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि आज का यह कार्यक्रम श्रमिक भाई-बहनों की वर्षों की तपस्या तथा सपनों और संकल्पों का परिणाम है। प्रसन्नता है कि आज पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती है। इसके साथ ही प्रदेश की नई सरकार का पहला सार्वजनिक कार्यक्रम गरीब, संघर्षपूर्ण जीवन जी रहे श्रमिकों के लिए आयोजित करना और ऐसे कार्यक्रम में मुझे सहभागिता का अवसर मेरे लिए संतोष का विषय है। मुझे विश्वास है कि डबल इंजन की सरकार की नई टीम को हमारे श्रमिक परिवारों का भरपूर आशीर्वाद मिलेगा। गरीब का आशीर्वाद और उनका स्नेह क्या कमाल कर सकता है, यह मै अच्छी तरह जानता हूँ। मुझे यकीन है कि मध्यप्रदेश की नई टीम आने वाले दिनों में ऐसे ही कई ओर उपलब्धियां हासिल करेगी। मुझे बताया गया है कि जब हुकुमचंद मिल के श्रमिकों के लिए पैकेज का ऐलान किया गया तब इंदौर में उत्सव का माहौल निर्मित हो गया था। इस निर्णय से हमारे श्रमिक भाई-बहनों में त्यौहारों का उल्लास और बढ़ा दिया है। आज का यह आयोजन इसलिए भी विशेष है क्योंकि आज पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती और “सुशासन दिवस” है। मध्यप्रदेश के साथ स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का संबंध, उनकी आत्मीयता से हम सभी परिचित हैं। सुशासन दिवस पर हुए इस कार्यक्रम के लिए सभी को अपनी बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ। मेरे परिवारजनों आज सांकेतिक तौर पर 224 करोड़ रूपए का चेक सौंपा गया है। आने वाले दिनों में यह राशि श्रमिक भाई-बहनों तक पहुंचेगी। मैं जानता हूँ कि आपने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन अब आपके सामने सुनहरे भविष्य की सुबह है। इंदौर के लोग 25 दिसम्बर की तारीख को श्रमिकों को न्याय मिलने के दिन के रूप में याद रखेंगे। मैं आपके धैर्य के आगे नतमस्तक हूँ और आपके परिश्रम को प्रणाम करता हूँ।

देश का श्रमिक सशक्त बनें और समृद्ध भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि देश में मेरे लिए चार जातियां सबसे बड़ी हैं। यह जातियां हैं- मेरा गरीब, मेरा युवा, मेरी माताएं-बहनें और मेरे किसान भाई-बहन। मध्यप्रदेश सरकार ने गरीबों का जीवन बदलने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। गरीबों की सेवा, श्रमिकों को सम्मान और वंचितों को मान हमारी प्राथमिकता है। हमारे प्रयास है कि देश का श्रमिक सशक्त बनें और समृद्ध भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।

स्वच्छता और स्वाद के लिए मशहूर इंदौर कई क्षेत्रों में अग्रणी रहा है

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि स्वच्छता और स्वाद के लिए मशहूर इंदौर कई क्षेत्रों में अग्रणी रहा है। इंदौर के विकास में यहां के कपड़ा उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यहां के 100 साल पुराने महाराजा तुकोजीराव क्लॉथ मार्केट की ऐतिहासिकता से आप सब परिचित हैं। शहर की पहली कॉटन मिल की स्थापना होलकर राजघराने ने की थी। मालवा का कपास ब्रिटेन और कई यूरोपीय देशों में जाता था, और वहाँ मिलों में कपड़ा बनाया जाता था। एक समय था जब इंदौर के बाजार कपास के दाम निर्धारित करते थे। इंदौर में बने कपड़ों की माँग देश-विदेश में होती थी। यहाँ कपड़ा मिलें रोजगार का बड़ा केन्द्र बन गई थीं। इन मिलों में काम करने वाले कई श्रमिक दूसरों राज्यों से आए और यहाँ घर बसाया, यह वह दौर था जब इंदौर की तुलना मैनचेस्टर से होती थी। लेकिन समय बदला और पहले की सरकारों की नीतियों का नुकसान इंदौर को भी उठाना पड़ा।

लगभग 429 करोड़ के जन कल्याणकारी विकास कार्यों का हुआ भूमिपूजन-लोकार्पण।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में 8 विभागों के कुल 71 कार्यों का लोकार्पण किया। इन विकास कार्यों की कुल लागत 105.73 करोड़ हैं। इसी तरह 3 विभागों के विकास कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास भी किया जिनकी कुल लागत 322.85 करोड़ हैं। कार्यक्रम स्थल पर विकसित भारत संकल्प यात्रा कैंप का भी आयोजन किया गया। शिविर के माध्यम से विभिन्न हितग्राहियों को लाभ वितरित किया गया।