ई-रिक्शा वाहनों को मार्ग आवंटित किये जायेंगे, ई-रिक्शा चालक मार्ग आवंटन-पत्र प्राप्त करने के लिये 26 अप्रैल तक आवेदन कर सकते हैं ।

उज्जैन। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री संतोष कुमार मालवीय द्वारा जानकारी दी गई कि कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में विगत 20 अप्रैल को आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन में शहर की यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित और सुचारू रूप से संचालित करने हेतु समिति का गठन किया गया, जिसमें क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, एसडीएम उज्जैन शहर, उपायुक्त नगर पालिक निगम और उप पुलिस अधीक्षक यातायात सदस्य नियुक्त किये गये।

इस समिति द्वारा उज्जैन शहर को छह झोन में विभाजित कर ई-रिक्शा वाहनों हेतु 20 मार्ग निर्धारित किये गये हैं। इसके अनुसार झोन-1ए नागझिरी से नानाखेड़ा बसस्टेण्ड व्हाया पाईप फैक्टरी से पुलिस लाइन, स्केटिंग तिराहा, महानन्दा नगर, बिड़ला अस्पताल चौराहा, कॉसमॉस मॉल, नानाखेड़ा बसस्टेण्ड और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 300 रहेगी।

झोन-1बी नानाखेड़ा बसस्टेण्ड से बियाबानी व्हाया भरतपुरी चौराहा से ऋषि नगर पेट्रोल पम्प, मुंगी तिराहा, पुलिस आफिसर्स मेस, एलआईसी तिराहा, कंट्रोल रूम, घासमंडी चौराहा, जीरो पाइंट ब्रिज, कोयला फाटक, बियाबानी और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 300 रहेगी।

झोन-1सी बियाबानी से नृसिंह घाट व्हाया निकास चौराहा से जाट धर्मशाला, पीपली नाका, जूना सोमवारिया, कालिदास उद्यान, कार्तिक मेला ग्राउण्ड, शंकराचार्य, भूखीमाता मन्दिर, उजड़खेड़ा और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 500 रहेगी।

झोन-1-डी नृसिंह घाट से चिन्तामन गणेश मन्दिर व्हाया भूखीमाता मन्दिर टर्निंग से भूखीमाता मन्दिर, उजड़खेड़ा, लालपुर टी चिन्तामन ब्रिज, चिन्तामन गणेश मन्दिर और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-2ए छत्रीचौक से कोठी व्हाया टंकी चौराहा से तेलीवाड़ा, बियाबानी, कोयला फाटक, जीरो पाइंट ब्रिज, घासमंडी चौराहा, कंट्रोल रूम, पुलिस आफिसर्स मेस, मुंगी तिराहा, कोठी और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-2बी नृसिंह घाट से बियाबानी व्हाया शंकराचार्य चौराहा से कालिदास उद्यान, जूना सोमवारिया, पत्ती चौराहा, केडी गेट, भार्गव तिराहा, खजूरवाली मस्ज़िद, निकास चौराहा, बियाबानी और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-3ई कोठी से नानाखेड़ा व्हाया कोठी से तरणताल, मुंगी तिराहा, जीडीसी कॉलेज, कंट्रोल रूम, माधव नगर थाना, इंदिरा प्रतिमा चौराहा, तीनबत्ती चौराहा, सिंधी कॉलोनी, दो तालाब मुनि नगर, नानाखेड़ा और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-4ए इस्को आवासीय कॉलोनी से इंदिरा नगर व्हाया मुनि नगर से टॉवर चौक, अस्पताल चौराहा, कोयला फाटक, आगर रोड और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 300 रहेगी।

झोन-3ए नानाखेड़ा से रेलवे स्टेशन व्हाया दो तालाब मुनि नगर से सिंधी कॉलोनी, शास्त्री नगर, गऊघाट कॉलोनी, इंदौरगेट, रेलवे स्टेशन, देवासगेट, चामुण्डा माता चौराहा, टॉवर चौक, सीपी शाह, सिंधी कॉलोनी, नानाखेड़ा बसस्टेण्ड और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 300 रहेगी।

झोन-3बी नानाखेड़ा से मुनि नगर व्हाया सिंधी कॉलोनी से शास्त्री नगर, गऊघाट कॉलोनी, ओवर ब्रिज, इन्दौरगेट, रेलवे स्टेशन, चामुण्डा माता, कोयला फाटक, नजरअली मिल, निजातपुरा, वीडी मार्केट, निकास चौराहा और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 300 रहेगी।

झोन-3सी जूना सोमवारिया से नानाखेड़ा, केडी गेट, भार्गव तिराहा, खजूरवाली मस्ज़िद, बुधवारिया, कोयला फाटक, चामुण्डा माता और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-3डी नानाखेड़ा से नागझिरी व्हाया जवाहर नगर (ट्रेजर बाजार) से बिड़ला अस्पताल, सर्किट हाऊस, पाईप फैक्टरी चौराहा, नागझिरी और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 300 रहेगी।

झोन-5ए नृसिंह घाट से सिद्धवट व्हाया भूखीमाता टर्निंग से शंकराचार्य चौराहा, कालिदास उद्यान, जूना सोमवारिया, पीपली नाका, गढ़कालिका, भैरवगढ़ और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-5बी भैरवगढ़ से रेलवे स्टेशन व्हाया सिद्धवट से मंगलनाथ मन्दिर, सान्दीपनि आश्रम, मकोड़ियाआम, इंदिरा नगर तिराहा, मंडी चौराहा, बीमा चौराहा, कोयला फाटक, चामुण्डा माता मन्दिर चौराहा, देवासगेट, रेलवे स्टेशन और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-5सी बुधवारिया से कालियादेह महल व्हाया अंकपात से खाकचौक, मंगलनाथ, सिद्धवट, भैरवगढ़ और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-6ए रेलवे स्टेशन से नानाखेड़ा व्हाया चामुण्डा माता मन्दिर से फ्रीगंज ब्रिज, टॉवर चौक, सान्दीपनि चौराहा, लक्ष्मी नगर, रवीन्द्र नगर, तरणताल, भरतपुरी, नानाखेड़ा और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-6बी हरिफाटक चौराहा से नागझिरी व्हाया नीलगंगा से लोटि स्कूल, तीन बत्ती चौराहा, मुंगी चौराहा, तरणताल चौराहा, भरतपुरी चौराहा, पाईप फैक्टरी चौराहा, नागझिरी और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-6सी लक्ष्मी नगर तिराहा से हरिफाटक व्हाया रवीन्द्र नगर से जीडीसी, कंट्रोल रूम, दुर्गा प्लाजा, तीनबत्ती चौराहा, सिंधी कॉलोनी, शास्त्री नगर, नीलगंगा, हरिफाटक और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 100 रहेगी।

झोन-6डी पीपली नाका से हरिफाटक व्हाया लालबाई-फूलबाई मार्ग से बुधवारिया, कोयला फाटक, देवासगेट, रेलवे स्टेशन, इन्दौरगेट, हरिफाटक और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 200 रहेगी।

झोन-6ई चारधाम मन्दिर से सिद्धवट व्हाया जयसिंहपुरा से नृसिंह घाट टर्निंग, भूखीमाता टर्निंग, शंकराचार्य, कालिदास उद्यान, जूना सोमवारिया, खाकचौक, सान्दीपनि आश्रम, सिद्धवट, भैरवगढ़ और वापसी इसी मार्ग से रहेगी। इसमें संचालित ई-रिक्शा वाहनों की संख्या 211 रहेगी।

समिति में लिये गये निर्णय अनुसार उज्जैन शहर में संचालित सभी ई-रिक्शा वाहनों को उक्त मार्ग आवंटित किये जाने हैं, जिस हेतु प्रथम आओ-प्रथम पाओ की नीति का पालन करते हुए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय उज्जैन के तहत पंजीकृत प्रत्येक ई-रिक्शा संचालक से निर्धारित किये गये 20 मार्गों में से किन्हीं तीन मार्गों पर अपने आवेदन के माध्यम से स्वीकृति प्रदान करते हुए आवेदन आरटीओ की परमिट शाखा में प्रदान करेंगे। प्रस्तावित किये गये तीन मार्गों में से कोई एक मार्ग उपलब्धता अनुसार आवंटित किया जायेगा।

इस हेतु उक्त मार्गों पर मोटरयान के नियमों का पालन कर मार्ग आवंटन-पत्र प्राप्त करने हेतु शुक्रवार 26 अप्रैल को शाम 5 बजे तक आवेदन किये जा सकते हैं। आवेदन के साथ संलग्न किये जाने वाले आवश्यक दस्तावेजों में वाहन का फिटनेस, बीमा, टैक्स प्रमाण-पत्र, ड्रायविंग लायसेंस, चालक का चरित्र प्रमाण-पत्र एवं पंजीयन प्रमाण-पत्र की छायाप्रति प्राप्त होने पर उस ई-रिक्शा के संचालन हेतु मार्ग आवंटन अनुमति जारी की जायेगी।

मार्ग आवंटन के बगैर शहर के अन्तर्गत ई-रिक्शा संचालन की दशा में वाहन चालक/वाहन स्वामी केन्द्रीय मोटरयान अधिनियम-1988, केन्द्रीय मोटरयान नियम-1989, मप्र मोटरयान नियम-1984 और ऑटो रिक्शा विनियमन योजना-2021 एवं केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा जारी परिपत्र अनुसार कार्यवाही की जाएगी ।