उज्जैन। दिनांक 13.07.2024 को सूचनाकर्ता नानूराम अजमेरी ने सुबह करीब 8.00 बजे 100 नम्बर पर फोन लगाकर बताया कि एक त्रिवेणी क्षिप्रा नदी के छोटे ब्रिज के बाँय तरफ नदी में टाट के बोरे में बंद एक लाश दिखाई पड़ रही है। उक्त सूचना पर पुलिस तत्काल घटना स्थल पर पहुँची व SDRF बुलवाया जाकर टाट के बोरे में बंद डेड बॉडी को पानी से बाहर निकालकर जमीन पर रखा तो पाया कि वह एक अज्ञात महिला की डेड बॉडी दोनो हाथ व दोनो पैर रस्सी से बंधे हुए थे। इसी दौरान घटना स्थल पर शासकीय फोटोग्राफर, एफएसएल व फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। उसके उपरांत मर्ग क्रमांक 0/24 धारा 194 BNSS कायम कर शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल रवाना किया गया बाद थाना नागझिरी पर असल मर्ग क्रमांक 24/24 धारा 194 BNSS कायम किया गया। इसी के समांतर पुलिस की दूसरी टीम जिले के समस्त थानों में गुम महिला संबंधी गुमशुदगी से महिला की शिनाख्तगी की गई। इसी दौरान तेजाराव परमार हमराह अपने दमाद गोकुल टिपानिया के थाना पंवासा में अपनी बेटी की गुमशुदगी की सूचना देने हेतु उपस्थित हुआ। तेजाराव परमार द्वारा बताये गये उसकी बेटी के हुलिये से घटना स्थल पर मिली अज्ञात महिला की लाश से हुलिये का मिलान होने से थाना प्रभारी पंवासा तत्काल उसे जिला अस्पताल के मर्चुरीरूम मे ले गये तो तेजाराव परमार द्वारा अज्ञात महिला के शव की पहचान अपनी बेटी रचना पति गोकुल टिपानिया के रूप में की गई।
जांच के दौरान मृतिका रचना के पिता ने तेजाराव परमार द्वारा बताया गया कि उसकी बेटी रचना अपने पति के साथ पंवासा क्षेत्र में राम मंदिर के पीछे रहती थी जो 11.07.2024 की मध्य रात्री से उसका कुछ पता नही चल रहा था। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक उज्जैन श्री प्रदीप शर्मा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर पश्चिम श्री गुरुप्रसाद पाराशर द्वारा पुलिस की 04 टीमें नगर पुलिस अधीक्षक नानाखेडा श्रीमती श्वेता गुप्ता, नगर पुलिस अधीक्षक जीवाजीगंज श्री सुमित अग्रवाल, थाना प्रभारी नागझिरी श्री कमल निगवाल व थाना प्रभारी पंवासा श्री रविन्द्र कटारे के नेतृत्व में गठित की गई।
टीम द्वारा छानबीन के दौरान सी.सी.टीव्ही कैमरों के फुटेज तलाशे गये एवं अन्य तकनीकी संसाधनों की मदद ली गई। दौरानै जांच मृतिका के पति गोकुल टिपानिया के मोबाईल फोन में पुलिस को कुछ संदेहास्पद विडियो मिले जिनको उनसे छिपाकर रखा हुआ था। इसी दौरान दूसरी टीम को सी.सी.टीव्ही फुटेज में एक ई-रिक्शा घटना स्थल के आस पास आता जाता दिखाई दिया तत्पश्चात मृतिका के पति गोकुल टिपानिया पर संदेह होने पर उसे अभिरक्षा में कर पूछताछ की गई तो उसके द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि मेरा मेरी पत्नी से पैसों को लेकर विवाद हो गया था तो मैंने गुस्सें में आकर जब मेरी पत्नी सो रही थी तब मैंने उसके हाथ पैर बाँध दिये और रस्सी से उसका गला दबाकर उसकी हत्या करदी। उसके बाद मैंने अपने दोस्त को फोन लगाकर अपने घर बुलवाया जो ई-रिक्शा लेकर अपने दोस्त एक के साथ मेरे घर आया उसके बाद हम तीनों ने मेरी पत्नी की लाश को बोरे में भरकर ई-रिक्शा अन्य में ले जाकर त्रिवेणी घाट के छोटे पुल से दिनांक 12.07.2024 की सुबह, करीब 4.00 बजे नदी में फेंक दिया।
उक्त घटना पर से थाना नागझिरी पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उसेपी दो अन्य आरोपी व ई-रिक्शा की तलाश जारी है।
▪सराहनीय भूमिका – थाना प्रभारी नागझिरी निरी कमल निगवाल, थाना प्रभारी पंवासा उप निरीक्षक रविन्द्र कटारे, उप निरीक्षक करण खोवाल, उप निरीक्षक गमर सिंह मण्डलोई उप निरीक्षक पूजा सोलंकी, सउनि धर्मेन्द्र सिंह तोमर, सउनि रोहित पारस, प्र.आर. ईश्वर, आर. रोहित मिश्रा, आर. 1527 हरिशरण सिंह, आर. 1687 साकेत शर्मा, महिला आर. 1057 रंजना की मुख्य भूमिका रही।