डॉक्टर के द्वारा गलत इलाज करने से बच्चे के पैर मे हुई गड़बड़ को लेकर परिवारजनों ने पत्रकारों वार्ता में प्रेस क्लब तरण ताल पर जानकारी देते हुए कहा
सोनी के लापरवाही पूर्ण इलाज से 10 वर्षीय मासूम दिव्यांगता धारित। न्याय की गुहार में पूरा परिवार आमरण अनशन पर बैठेगा।
उज्जैन । चेरिटेबल हास्पीटल बुधवारिया के चिकित्सक डॉ. आलोक सोनी द्वारा 19.1.2023 को इलाज में बरती गयी कोताही के परिणाम स्वरूप 10 वर्षीय मासूम अर्पिता अपने माता पिता के साथ माह दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में आमरण अनशन पर बैठेंगे। अर्पिता के पिता सोहन कुशवाह ने बताया कि अर्पिता का इलाज चेरिटेबल हास्पीटल के चिकित्सक डॉ आलोक सोनी ने लापरवाही पूर्वक किया गया परिणामस्वरूप वह दिव्यंगता की शिकार हो गयी है जिसका दिव्यंगता का प्रमाण पत्र तक बन चुका है। आगे इलाज अन्यत्र जारी है, तथा इस मामले को लेकर जिला प्रशासन, राज्य शासन यहां तक माननीय मुख्यमत्रीजी से भेंट कर स्थिति से अवगत करवाया गया लेकिन चिकित्सक परआज तक पुलिसप्रकरण नहीं बन सका है।
आपने आगे बताया कि डाक्टर की लापरवाही पूर्ण इलाज केदौरान एक्स-रे करने के बाद पांव में प्लास्टिक का पटटा चढ़ा दिया गया और इसी वजह से पांव में इंफेक्शन हो गया एवे विस्फोट होने से उसके पांव में पस भर गया तथा वह अपाहिजता की स्थिति में पहुंच गयी है। कुशवाह ने आगे बताया कि जिला प्रशासन तंत्र इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है जबकि इस विषयक जिला प्रशासन के सभी जिम्मेदारों से भेंट कर कागजात सौप कर न्याय की गुहार कर चुके है। आपने आगे कहा कि वे अपने पूरे परिवार के साथ शीघ्र हीआमरण अनशन पर बैठेगा इस बाबत विगत दिनों ग्राम नईखेडी में ग्रामीण जनों व जन प्रतिनिधियों की मिटिंग हुई जिसमे सर्वानुमति से यह निर्णय लिया गया है कि जब तक उक्त लापरवाह चिकित्सक पर प्रकरण दर्ज नहीं हो जाता है आमरण अनशन पर कुशवाह का परिवार बैठेगा। इसकी वजह से समूचे ग्रामीण अंचल में अपार रोष छा गया है। प्रदेश सरकार को बदनाम करने की साजिश उजागर की जावेगी । गौरतलब है कि इस मामले को लेकर चिकित्सकों की पेनल ने अपने अभिमत तक स्पष्ट कर दिया है फिर भी उक्त चिकित्सक बचकर निकलने का उसका प्रयास जारी है। नन्हीं लाडली का जीवन बर्बादी के कगार पर पहुंचता जा रहा है जिम्मेदार अनदेखी कर रहे है। कुशवाह ने आगे बताया कि इस घटनाक्रम को लेकर वे माननीय मुख्यमंत्रीजी को ज्ञापन भेंट कर हस्तक्षेप की गुहार करेंगे एवं उक्त चिकित्सक पर पुलिस प्रकरण कायम किये जाने की मांग की जावेगी। जबकि राज्य सरकार लाडली बच्चियों के मामले में अति गंभीर है मगर जिला प्रशासन की उदासीनता के चलते हमें न्याय नहीं मिला है। साथ ही कुशवाह ने आगे कहा कि उक्त चिकित्सक की डिग्री जप्त की जाना चाहिये तथा अन्य किसी मासूम के साथ भविष्य में इस तरह का खिलवाड न हो सके।
कुशवाह के अनुसार जब तक अर्पिता के मामले को लेकर डॉ. सोनी पर पुलिस प्रकरण दर्ज नहीं हो जाता तब तक वे उनका
परिवारआमरण अनशन पर सतत बैठा रहेगा।