उज्जैन 21 जनवरी। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आज जिले के सभी एसडीएम एवं नगरीय निकायों में 15 से 18 आयुवर्ग के बालक-बालिकाओं के टीकाकरण कार्य की समीक्षा की तथा टीकाकरण की धीमी गति पर असंतोष व्यक्त किया। कलेक्टर ने कहा है कि 31 दिसम्बर 2007 के पूर्व जन्मे बालक-बालिकाएं टीकाकरण के लिये पात्र हैं तथा सभी पात्र बालक-बालिकाओं का आगामी तीन दिवस में शत-प्रतिशत टीकाकरण हो जाना चाहिये। कलेक्टर ने आशा कार्यकर्ताओं द्वारा टीकाकरण कार्य में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग नहीं करने पर नाराजगी व्यक्त की तथा सम्बन्धित चिकित्सा अधिकारियों को कहा है कि वे सुनिश्चित करें कि सभी आशा कार्यकर्ता फील्ड में नजर आयें, अन्यथा उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये। बैठक में जिला पंचायत सीईओ सुश्री अंकिता धाकरे, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री आशीष कुमार पाठक, सीएचएमओ डॉ.संजय शर्मा, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.केसी परमार, महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री गौतम अधिकारी एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
बैठक में बताया गया कि उज्जैन जिले में किये गये सर्वे के अनुसार उज्जैन नगरीय क्षेत्र में 3229 व ग्रामीण क्षेत्र में 5386 बालक-बालिकाओं को अभी टीका लगना शेष है। इनमें बड़नगर जनपद में 775, घट्टिया में 232, खाचरौद में 833, नागदा में 1087, महिदपुर में 1361, तराना में 414, उज्जैन ग्रामीण में 684 व उज्जैन नगरीय क्षेत्र में 3229 बालक-बालिकाएं शामिल हैं।
कलेक्टर ने स्कूलों से ड्राप आऊटहुए बच्चों के वेक्सीनेशन की पृथक से प्लानिंग करने के लिये कहा है। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों व नगरीय क्षेत्रों में इनकी पृथक से नामजद सूची बनाई जाये तथा इन्हें आंगनवाड़ी केन्द्रों में एक स्थान पर एकत्रित कर मोबाइल वेक्सीनेशन टीम द्वारा वेक्सीनेट किया जाये। कलेक्टर ने इसके लिये आवश्यक वाहन लगाने के निर्देश दिये हैं।
प्रायवेट स्कूलों से प्रमाण-पत्र लेने के लिये कहा
बैठक में बताया गया कि निजी स्कूलों में अधिकांश स्कूलों में 15 से 18 आयुवर्ग के बालक-बालिकाओं को अभी टीके लगना शेष है। प्रायवेट स्कूल टीकाकरण कार्य में रूचि नहीं ले रहे हैं। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र के प्रत्येक प्रायवेट स्कूल के प्राचार्य से यह प्रमाण-पत्र लें कि उनके स्कूल के सभी पात्र बालक-बालिकाओं को टीका लग चुका है। असहयोग करने वाले प्रायवेट स्कूलों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
फ्रंटलाइन वर्कर का वेतन रोका जायेगा
जिले में स्वास्थ्य विभाग, प्रशासनिक विभाग एवं अन्य विभागों के फ्रंटलाइन वर्कर्स जिन्होंने अभी तक प्रीकॉशन डोज नहीं लिया है, उन सभी का जनवरी माह का वेतन आहरित नहीं होगा। इस आशय का आदेश कलेक्टर द्वारा जारी किया जा रहा है।