उज्जैन ।
न्यायालय श्रीमान संतोष प्रसाद शुक्ला, अपर सत्र न्यायाधीश महोदय, जिला उज्जैन के न्यायालय द्वारा आरोपीगण गोकुल पिता मानाजी निवासी ग्राम मोतीपुरा पानबिहार घट्टिया उज्जैन को धारा 302 भादवि मे आजीवन कारावास एवं 10,000/-रू0 के अर्थदण्ड से दंडित किया गया।
उप-संचालक अभियोजन डॉ0 साकेत व्यास ने अभियोजन घटना अनुसार बताया कि, अभियोजन का मामला इस प्रकार है कि दिनंाक 27.05.2022 को फरियादिया सपना बाई निवासी ग्राम मोतीपुरा ने पुलिस थाना घट्टिया को प्रथम सूचना रिपोर्ट लेखबद्ध कराई कि मैं ग्राम मोतीपुरा में रहती हुं, मजदुरी करती हुं घर पर मेरी सास, मेरे पति व मेरे देवर भगवानसिंह रहते हैं भगवानसिंह की पत्नी करीबन 03 वर्ष से अपने पियर में रह रही है। मेरे पति की दिमागी हालत करीबन 10 वर्ष से ठीक नहीं है। मेरा देवर भगवानसिंह अपनी पत्नी के पियर जाने के बाद से ही हमारे साथ ही रहता है आज मेरी सास व मेरे मामा ससूर बाजार गए हुए थे घर पर मेरे पति, मेरा देवर मैं और मेरे बच्चे थे आज दोपहर के करीबन 02ः00 बजे की बात है मेरा देवर भगवानसिंह घर पर कम रोटी बनने की बात पर नाराज होकर लेट्रीन जाने का डब्बा भरकर जंगल चला गया था जिसके बाद दोपहर के समय 02ः30 मैने देखा गोकुल पिता मानाजी मालवीय बलाई निवासी मोतीपुरा का चिल्लाचोट कर मेरे देवर भगवानसिंह को बोल रहा था कि तू मेरे घर के सामने से होकर क्यों निकल रहा है और मेरे देवर भगवानसिंह को गाली देने लगा फिर मेरे देवर भगवानसिंह ने गोकुल को गाली देने से मना किया तो गोकुल ने हाथ में पकड़ रखी लाठी की भगवानसिंह के सिर पर जान से मारने की नियत से जोर से मार दी जिससे मेरा देवर उसके घर के सामने नीचे गिर गया फिर मैं चिल्लाकर मेरे देवर के पास दौड़ती हुई गई तो देवर के सिर से खुन निकल रहा था फिर मैंने वापस घर आकर पुरानी साड़ी ले जाकर भगवानसिंह के सिर पर बांध दी थोड़ी देर बाद मेरी चिल्लाचोट की आवाज सुनकर गौकुल मालवीय वहां से भाग गया फिर थोडी देर बाद मेरे मामा ससुर व सास मौके पर आ गये थे जिन्होने पानबिहार चौकी पर खबर दी थी जिसके बाद चौकी की पुलिस मेरे देवर भगवानसिंह मुझे और मामा ससुर को साथ गाड़ी में बैठाकर सरकारी अस्पताल ले आए थे जहां डॉक्टर द्वारा चेक करने के बाद बोला की भगवानसिंह खत्म हो गया है। मेरे देवर भगवानसिंह की मोहल्ले के गौकुल मालवीय ने लाठी की सिर पर मारकर हत्या कर दी है। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना घट्टिया द्वारा अपराध पंजीबद्व आवश्यक अनुसंधान पश्चात् अभियोग पत्र माननीय न्यायालय में पेश किया गया।
नोट-माननीय न्यायालय द्वारा मृतक के परिवार को प्रतिकर प्रदान करने हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को निर्णय में लेख किया गया है।
प्रकरण में उप-संचालक (अभियोजन) डॉ0 साकेत व्यास द्वारा पैरवीकर्ता को मार्गदर्शन दिया गया प्रकरण में पैरवी श्री मुकेश कुमार कुन्हारे, सहायक लोक अभियोजक, जिला उज्जैन द्वारा की गई।