उज्जैन।महापौर श्री मुकेश टटवाल ने महाकाल मंदिर क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए प्रचलित निर्माण कार्र्यों का जायजा लिया। आपने संबंधित अधिकारियों से चल रहे कार्य के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हुए महत्वपूर्ण निर्देश दिये।
महापौर श्री मुकेश टटवाल ने निर्देशित किया कि किसी भी कार्य में कार्य की गुणवत्ता को लेकर कोई समझौता ना किया जाए। संबंधित अधिकारी कार्य की गुणवत्ता, उपयोग में लाए जा रहे मटेरियल, निर्धारित मापदण्डों इत्यादि पर विशेष नजर रखें और इसी अनुसार कार्य करवाया जाना सुनिश्चित करें।
महाकाल द्वार
महापौर श्री टटवाल ने निर्देशित किया कि कोट मोहल्ला चौराहा पर भव्य महाकाल द्वार निर्माण का डिजाइन और प्रारूप तैयार करें। द्वार का डिजाइन कुछ ऐसा हो कि स्टेशन तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं को दूर से ही महाकाल द्वार और द्वार में से महाकाल का शिखर दिखाई दे।
महापौर श्री टटवाल ने निर्देशित किया कि मन्दिर की ओर जाने वाले रोड़ का प्रचलित कार्य निर्धारित योजना और मास्टर प्लान अनुसार जारी रखा जाए। रोड निर्माण के दौरान जो रिक्त स्थान हो वहां फिलहाल ब्लॉक लगवाए जाकर उन स्थानों को कवर किया जाए। द्वार स्थल अर्थात कोट मोहल्ला चौराहा से महाकाल मंदिर तक के मार्ग के सौंदर्यकरण की विशेष योजना तैयार की जाए क्योंकि यह मार्ग महाकाल मंदिर क्षेत्र का मुख्य मार्ग है इसे विशेष भव्यता प्रदान की जाएगी इस मार्ग और आसपास के क्षेत्रों में पैंदल यात्रियों की सुगमता का विशेष ख्याल रखा जाए। अन्य वाहनों के साथ ही रिक्शा इत्यादि को भी पूर्णता प्रतिबंधित किया जाए।
महापौर श्री मुकेश टटवाल ने निर्देशित किया कि महाकाल मंदिर की ओर जाने वाले रोड़ व आस-पास के क्षैत्रों के रहवासियों और व्यवसाईयों से चर्चा कर कुछ इस प्रकार की योजना बनाई जाए कि रोड़ किनारे दोनों ओर के भवन एक विशेष रंग के हों अर्थात एक तरह का पेंट/पुताई सभी भवनों पर की जाए ताकि एक रूपता दिखाई दे और सौन्दर्य की दृष्टि से बाहर से आने वाले श्रृद्धालुओं पर अच्छा प्रभाव पढ़े।
निरीक्षण के दौरान एमआईसी सदस्य श्री शिवेंद्र तिवारी, श्री प्रकाश शर्मा, श्री सत्यनारायण चौहान, अपर आयुक्त श्री आशीष पाठक, स्मार्ट सिटी अधिक्षण यंत्री श्री नीरज पाण्डे जनसंपर्क अधिकारी श्री रईस निज़ामी साथ रहे।