उज्जैन। हिंदी भवन भोपाल में आयोजित प्रदेश स्तरीय राज्य ब्राह्मण सम्मेलन में सर्वानुमति से यह तय किया गया कि आगामी में विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल ब्राह्मण समाज की मांगों को अपने घोषणा पत्र में शामिल करने का लिखित आश्वासन देंगे समाज उसे दल के समर्थन अथवा विरोध पर विचार करेगा यदि राजनीतिक दल अपने घोषणा पत्र में ब्राह्मण समाज की मांगों को समाहित नहीं करेंगे तो ब्राह्मण समाज थर्ड ऑप्शन अथवा नोटा मैं जाने का निर्णय भी करेगा उक्त बात अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी ने सम्मेलन में उपस्थित सभी राज्य प्रतिनिधियों की उपस्थिति में कहीं पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी एवं भोपाल राज्य ब्राह्मण सम्मेलन के आयोजक पं. सुनील पांडे भोपाल ,प्रफुल्ल दुबे सागर ने बताया कि सर्व ब्राह्मण सम्मेलन आयोजन समिति के संयोजन में आज लगभग 42 जिलों/तहसीलों से भोपाल के हिन्दी भवन में पधारें विप्र बंधुओ ने 17 सूत्रीय मांग पत्र तैयार किया जिसे सम्मेलन उपरांत कांग्रेस और भाजपा को सोपने प्रतिनिधि उनके प्रदेश कार्यालयों पर पहुँचे कांग्रेस कार्यालय में ताला लगा होने के कारण ब्राह्मणजनों को बाध्य हो मांग पत्र गेट पर चस्पा किया l भाजपा कार्यालय में कार्यालय मंत्री डॉ राघवेंद्र शर्मा को ज्ञापन सौपा गया उनसे अनुरोध किया गया आगामी चुनावों में जारी होने वाले पार्टी घोषणा पत्र में अधिक से अधिक हमारी मांगे जोड़ी जाये ।
मांग-पत्र / ज्ञापन
1, ब्राहम्ण आयोग का गठन किया जावें। जिसमें अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति पंजीकृत ब्राहम्ण संगठनों की सहमति से की जावे। जिलों में ब्राहम्णों की समस्याओं के निराकरण के लिए जिला कमेटियों का गठन किया जावें।
2, इडब्लूएस के समस्त प्रावधानों को एसी/एएसटी को आरक्षण में प्राप्त हो रहे प्रावधानों के अनुरूप किया जावे ।
3, इडब्लूएस आरक्षण प्रतिशत की सीमा बढ़ाई जाये।
4, इडब्लूएस के प्रावधानों के अनुरूप ओ.बी.सी.,एसी/एएसटी को जिन प्रतिशत में आरक्षण मिल रहा है उन्हें आरक्षण दिया जावे ताकि आरक्षण का लाभ प्रत्येक गरीब तबके तक पहुँच सकें। साथ ही एक परिवार के किसी भी एक सदस्य के अतिरिक्त अन्य किसी सदस्य को आरक्षण का लाभ नहीं दिया जावे।
5, एक्ट्रोसिटी एक्ट के प्रावधानों में पहले विवेचना के उपरांत ही कार्यवाही की जावे, जिससे किसी निरपराध को सजा का भागीदार नही बनना पड़े।
6, एक्ट्रोसिटी एक्ट के प्रावधानों के अनुरूप ही सवर्ण समाज के पीड़ितों के लिए भी समकक्ष कानून बनाया जावे और उसमें भी विवेचना उपरांत ही कार्यवाही की जावे।
7, प्रदेश के समस्त छोटे-बड़े मंदिरों के पंडित / पुजारियों का शासन पंजीयन करें और उन्हें परिवार के भरण-पोषण के लिए प्रतिमाह रू० 10,000/- राशि मानदेय प्रदान किया जावे।
8, प्रदेश के सभी छोटे-बड़े मंदिरों के रख-रखाव और जीणोद्धार हेतू शासन अपने वार्षिक बजट में राशि का प्रावधान करें और आवश्यकता अनुसार मंदिर कमेटियों को धन उपलब्ध कराए।
9, मंदिरों की भूमि को ना अधिकृत करे न ही उनकी नीलामी की जाये।
10, 8.50 लाख वार्षिक आय वालें ब्राहम्ण परिवारों को शासन की समस्त योजनाओं का लाभ दिया जावे।
11. 8.50 लाख वार्षिक आय वालें ब्राहम्ण परिवारों के छात्र / छात्राओं को छात्रवृत्ति निशुल्क किताब-कापी, ड्रेस आदि उपलब्ध कराई जावे।
12, परशुराम जन्म स्थली ” जानापाव ” को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित किया जावे। उसे पर्यटन स्थल ” बनाकर भगवान परशुराम का अपमान नहीं किया जावे।
13, शासकीय पदौन्नतियों में आरक्षण व्यवस्था समाप्त की जाये।
14, शासकीय सेवा में अनारक्षित कोटे में केवल सवर्ण समाज की भर्ती अनिवार्य की जाए।
15, भोपाल सहित समस्त जिलों में ब्राहम्ण संगठनों को परशुराम मंदिर, गरीब ब्राहम्ण छात्र/छात्राओं के लिए हास्टल, गुरुकुल, वृद्धा आश्रम, गौशाला जैसे निर्माणों के लिए 05 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई जावे।
16, विभिन्न चुनावों में अनारक्षित वर्ग के लिए आवंटित सीटों पर आरक्षित वर्ग के दावेदार को प्रत्याशी नहीं बनाया जावे।
17, जहां बाहुल्यता में ब्राहम्ण समाज निवासरत है उन सीटों पर ब्राहम्ण समाज को ही प्रत्याशी बनाया जावे।
सर्व ब्राहम्ण सम्मेलन आयोजन समिति, मध्यप्रदेश ।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से सम्मेलन का संचालन कर रहे सुनील पांडे भोपाल, सागर से श्री प्रफुल्ल दुबे, उज्जैन से सुरेंद्र चतुर्वेदी, राज्य कर्मचारी संघ नेता अनोखी लाल शर्मा, ब्राह्मण समाज उज्जैन नगर अध्यक्ष विनय कुमार ओझा, ब्राह्मण समाज कर्मचारी संगठन उज्जैन अध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा, महेश शर्मा ,परशुराम सेना जन्मभूमि जाना बाबा के अध्यक्ष आशीष शर्मा देवास इंदौर से परशुराम सेना प्रदेश अध्यक्ष अनूप शुक्ला, देवास से धर्मेंद्र मिश्रा, पिपरिया से सतपाल पलिया, शुजालपुर से प्रवीण जोशी, शिवपुरी से संजय शर्मा, बुरहानपुर से बहन गौरी शर्मा सीहोर से बहन नीलम शर्मा, मंडीदीप से गोविन्द शर्मा,कमल शर्मा, सरोज तिवारी, छतरपुर से कमलेश द्विवेदी, देवरी से नरेंद्र राजोरिया, खुरई से राजू देवलिया, कैमूर कटनी से रामानुज गर्ग, रतलाम से शिवनारायण प्रधान, आगर मालवा से श्याम व्यास, सतना से भागवत पांडे, पिछोर से आरती त्रिपाठी, गुना से नर्मदा शंकर भार्गव, राजगढ़ से आनंद शर्मा, रीवा से अनिल शर्मा भोपाल से वंदना द्विवेदी, लाल जी मिश्रा, रातिबड़ से हेमंत बिरथरिया, दुलीचंद बिरथरिया, मुन्ना लाल सिरोठिया, ओमप्रकाश मिश्रा, शिव कुमार शुक्ला, निधिनाथ शुक्ला, संजय तिवारी, सचिन शर्मा, पी के तिवारी, मीनू सिरोठिया, रेखा पांडे, उपासना दीक्षित, राम शर्मा आदि बड़ी संख्या विप्रजन उपस्थित थे