उज्जैन। परिचय से ही परिणय की राह निकलती है को आधार मान कर औदीच्य ब्राहमण समाज उज्जैन द्वारा गत 24 वर्षों से यह आयोजन सफलतापूर्वक उज्जैन नगर आयोजित किया जा रहा है, 25 वां परिचय सम्मेलन 17 दिसम्बर को सूरज गार्डन, चिन्तामण गणेश के पास, उज्जैन में सम्पन्न हुआ जिसमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा एवम महाराष्ट्र आदि प्रान्तों से लगभग 600 से अधिक प्रविष्ठियाँ प्राप्त हुई। इस आयोजन में कोई अतिथि न होकर स्थानीय समाज के वरिष्ठजन श्री महेश ज्ञानी, उद्धव जोशी, रवि ठक्कर, उमाशंकर भट्ट श्याम आचार्य, पंकज जोशी आदि ने श्री गोविन्द माधव एव महाकाल का पूजन कर दीप प्रज्वलन किया। स्वस्ति वाचन श्री सोहन भ्टट, विनोद पण्डया एवं अन्य सहयोगियों द्वारा किया गया। समिति के सदस्यों द्वारा माला तथा अंगवस्त्र प्रदान कर इनको सम्मानित किया ।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए श्री श्याम मेहता एवं वारूणी आचार्य ने आयोजन की रूपरेखा की सदन को जानकारी दी। सबसे पहले परिचय पुस्तिका “मनमीत” का विमोचन किया गया, जिसमें प्रत्याशियों की विस्तृत जानकारी दी गई थी। इसके बाद युवक युवती प्रत्याशियों को कमशः मंच पर आमंत्रित किया। प्रत्याशियों द्वारा प्रथम बाबा महाकाल एवम भगवान गोविंद माधव को पुष्प अर्पित कर बेबाकी से अपना परिचय दिया। इस व्यवस्था से अभिभाव कों को प्रत्याशियों को देखनें एवं पत्रिका में उनकी जानकारी जानने का पर्याप्त अवसर मिला। प्रत्याशी परिचय के प्रथम सत्र की समाप्ति के बाद परिवार परिचय का दूसरा दौर प्रारम्भ हुआ जिसमें अनेक परिवारों द्वारा एक दूसरे से चर्चा की इसमें लगभग 20 संबंध तय हुए।
इन्दौर एवं अन्य स्थानों से पधारे समाज के सदस्यों एवं परिचय सम्मेलन को प्रारम्भ करनें वाले वरिष्ठजनों को समिति द्वारा माला एवं अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किये गया। पूर्व सम्मेलनों से विवाह संपन्न हुए नव विवाहित जोड़ों को भी मंच से सम्मानित किया गया।
इस आयोजन की सफलता में भोजन से लेकर पुस्तक वितरण एवं अन्य व्यवस्थाओं में औदीच्य समाज वरिष्ठजन समिति, युवा कल्याण औदीच्य ब्राहमण समिति एवं महिला समिति के सभी सदस्यों की महती भुमिका रही, आभार प्रदर्शन चेतन जोशी ने किया। यह जानकारी अध्यक्ष पंकज जोशी एवं संयोजक देवेन्द्र शुक्ला ने दी।