सावधान सायबर सदबुद्धि का करे उपयोग ,पुलिस के नाम पर परिवार वालो को झूठे रेप केस में फ़साने का झांसा दे कर वॉइस काल कर , लोगो से पैसे ठग रहे हे सायबर ठग।

उज्जैन सायबर पुलिस ने एडवायजरी जारी कर बताया हे की किस तरह से नए नए तरीको से ऑन लाइन ठगी को अंजाम दिया जारहा हे। वर्तमान में सायबर फ्राड करने वालो द्वारा व्हाट्स अप, और वॉइस काल के माध्यम से अलग-अलग नंबरों द्वारा अपने को पुलिस का अधिकारी बताकर और व्हाट्सअप पर पुलिस अधिकारी की फोटो लगाकर परिवार जन को काल कर रेप केस में फ़साने का कारण बताकर ऑनलाइन रुपयोकी डिमाड की जा रही है।

कैसे करते हे धोखा धड़ी – जालसाजो द्वारा आम नागरीको को व्हाट्सअप और वॉइस काल के माध्यम से अलग-अलग नंबरों द्वारा अपने को पुलिस का अधिकारी बताकर और व्हाट्सअप पर पुलिस अधिकारी की फोटो लगाकर परिवार जन को कॉल कर यूपीआई /फोन- पे/गुगल-पे या युपीआई आयडी या बैंक खाता और आयएफएफसी कोड या क्युआर कोड देकर रेप केस में सेटलमेंट करने के नाम पर रुपया ट्रास्फ़र करने का बोला जा रहा है। जिसमें फरियादी अनजान नंबरों और पुलिस अधिकारी की डीपी में फोटो देखकर बिना बात करे जालसाजो के द्वारा दिये गये युपीआई/फोन पे /गुगल-पे/यूपीआई आयडी/बैक खाता और आयएफएफसी कोड या क्युआर कोड पर सामाजिक मान प्रतिष्ठा धुमिल होने के डर से रुपये आन-लाईन ट्रांसफर कर दिये जाते है।

क्या रखे सावधानिया
1. अनजान नंबरों से आये हुए वॉइस/व्हाट्सअप काल पर विश्वास ना करे।
2. रुपये ट्रांसफर करने से पहले एक बार वाईस कॉल पर अपने परिचित/बच्चों से जरूर बात करे।
3. इस प्रकार के काल आने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करे ।
4. यदि आपके साथ किसी भी प्रकार का सायबर फ्राड /अपराध घटित हो जाता है तो सबसे पहले सायबर हेल्प लाईन नंबर 1930 पर कॉल कर या www.cybercrime.gov.inपर सोशल मिडिया वाले आप्शन पर जाकर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड करे।

5. आयटी सेल उज्जैन के सायबर हेल्प लाईन नंबर 7587624914 पर कॉल कर शिकायत के संबंध में चर्चा कर बताये अनुसार कार्यवाही करे।