उज्जैन । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय शर्मा ने बताया कि ‘प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान’ के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच एवं उपचार प्रदान किया जा रहा है। प्रतिमाह एक दिवस शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में आयोजित शिविर में प्रातः 9 से दोपहर 4 बजे परामर्श एवं उपचार प्रदान किया जाता है। इसी क्रम में 9 मई को भी ‘प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान’ शिविर का आयोजन किया जायेगा, जिसमें जिले की शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में स्त्रीरोग विशेषज्ञ/स्त्रीरोग चिकित्सक सेवाएं प्रदान करेंगी।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान शिविर अन्तर्गत स्त्रीरोग विशेषज्ञ,चिकित्सक द्वारा परीक्षण, आवश्यकतानुसार डायग्नोस्टिक सेवाएं, हाई-रिस्क स्क्रिनिंग सुविधाएं, चिकित्सकीय स्थिति में आवश्यक प्रबंधन – एनिमिया, पी.आई.एच., डायबिटिज आदि, सोनोग्राफी, प्रयोगशाला जांचें- यूरीन, एल्बुमिन, ब्लड शुगर, मलेरिया, वी.डी.आर.एल, एच.आई.वी. ब्लड ग्रुप, फास्टिंग, गर्भावस्था में खतरों की पहचान- प्रथम तीमाही – 18 वर्ष से अधिक उम्र में गर्भधारण, पहले कभी सिजेरियन ऑपरेशन हुआ हो, पिलीया, मधुमेह, हृदय रोग का होना कमजोरी, सांस फुलना, बहुत अधिक उल्टी होना, खून बहना, पेट में तेज दर्द, पहले मृत शिशु का जन्म हुआ हो, द्वितीय तिमाही- हाथ पैर में सुजन, सिर दर्द, बेहोशी, दोरे आना, हाई ब्लड प्रेशर गर्भवती महिला की उचित देखभाल- शीघ्र पंजीयन, टीकाकरण, समस्त प्रकार की जांचें एवं स्वास्थ्य परिक्षण, आईरन की गोली का सेवन, पौष्टिक आहार का सेवन।