मुख्यमंत्री द्वारा नगरीय भू-अधिकार योजना के अन्तर्गत भूमि स्वामी अधिकार पत्र एवं स्थाई पट्टे का वितरण कार्यक्रम आयोजित।

 उज्जैन में सांसद और विधायक द्वारा हितग्राहियों को अधिकार पत्र वितरित किये गये।

उज्जैन । गुरूवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना के अन्तर्गत भूमि स्वामी अधिकार पत्र एवं स्थाई पट्टे का वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान उज्जैन एनआईसी कक्ष में सांसद श्री अनिल फिरोजिया, उज्जैन उत्तर के विधायक श्री पारस जैन, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला, अपर कलेक्टर श्री अवि प्रसाद, एसडीएम श्री गोविन्द दुबे, श्री जगदीश मेहरा और हितग्राही मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश में भूमि स्वामी अधिकार पत्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गुरूवार को पूरे प्रदेश में 4206 हितग्राहियों को भू-अधिकार पत्र का वितरण किया गया। भूमि स्वामी अधिकार पत्र मिलने के बाद अब हितग्राही उक्त जमीन के स्वामी बन जायेंगे तथा जमीन पर स्वयं का मकान बना सकेंगे। साथ ही मकान बनाने हेतु लोन ले सकेंगे। यदि कोई जमीन पर झुग्गी बनाकर रह रहे हैं तो वहां वे पक्का मकान बना सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान कुछ हितग्राहियों से चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि अब आप जिस जमीन पर कई सालों से रह रहे थे, उसका मालिकाना हक आप लोगों को मिल चुका है। जीवन के हर मोड़ पर सरकार आपके साथ है। उक्त योजना के तहत अब जमीन भी आपकी और उसका पट्टा भी आपका होगा। इसके लिये नाममात्र का शुल्क लिया जायेगा। अपनी जमीन होने का सुख अलग होता है।

सरकार गरीब वर्ग की सभी प्राथमिक आवश्यकताओं जैसे भोजन, पीने के लिये साफ पानी और मकान के सपने को पूरा करेगी। जिस गरीब के पास रहने के लिये जमीन का टुकड़ा नहीं है, उसे सरकार द्वारा जमीन का टुकड़ा दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि संबल योजना के अन्तर्गत जिन हितग्राहियों के नाम त्रुटिवश सूची से कट गये थे, यदि वे पात्र हैं तो उन्हें दोबारा सूची में जोड़ा जाये। इसके लिये पात्र हितग्राही पुन: आवेदन दें। श्रमिक वर्ग के बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था सरकार द्वारा की जायेगी। मुख्यमंत्री ने समस्त जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से कहा कि हम सब संकल्प लें कि हमारे शहर में अगर कोई बच्चा सड़क, रेलवे स्टेशन, बसस्टेण्ड पर भीख मांगता हुआ दिखाई दे तो उसे समझायें। बच्चे को आश्रय दें। उसके भोजन, कपड़े और पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था सरकार द्वारा की जायेगी। साथ ही यह भी संकल्प लें कि कम से कम एक आंगनवाड़ी केन्द्र को एडॉप्ट करें। मुख्यमंत्री ने समस्त हितग्राहियों को भू-अधिकार पत्र मिलने पर बधाई दी।

उज्जैन एनआईसी कक्ष में जनप्रतिनिधियों द्वारा कुछ हितग्राहियों राजूबाई पति कुमार, प्रेमबाई पति कुंवरजी, इंदरसिंह पिता कालूसिंह, चेतराम पटेल पिता रामेश्वर, नाथूसिंह पिता दयाराम और पूरालाल पिता बापूजी को सांकेतिक रूप से भू-अधिकार पत्र वितरित किये गये।