उज्जैन। कायस्थ समाज द्वारा उज्जैन आई चित्रगुप्त जन दर्शन का भव्य स्वागत किया। साथ ही यात्रा में आए चरण पादुका एवं शीलालेख का भव्य पूजन किया गया।
मथुरा वृंदावन में बन रहे विश्व की सबसे बड़ी चित्रगुप्त पीठ हेतु मध्यप्रदेश के 35 जिलों से 1250 किलोमीटर की दूरी तय कर रथ यात्रा को लेकर आए महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद पशुपति जी के नेतृत्व में यात्रा उज्जैन के विभिन्न मार्ग से होते हुए कायस्थों के चारों धामों में से पहला धाम चित्रगुप्त धाम अंकपात उज्जैन भगवान चित्रगुप्त जी के प्राकट्य स्थल पहुंचीं। इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे चित्रगुप्त धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष पूर्व पार्षद अमित श्रीवास्तव द्वारा यात्रा में लायी गई शीला व चरण पादुका का सैकडो समाजजनों की उपस्थिति में विधिविधान से पूजन किया गया। भगवान ब्रह्मा जी की काया से प्रकट हुए चित्र गुप्त जी की गाथा सच्चिदानंद जी महाराज द्वारा श्रवण कराई गई। उसने पश्चात भगवान को भोग लगाकर महा आरती की गई। साथ ही पांच फलदार पौधे लगाए गए एवं महाप्रसादी का आयोजन किया गया। संचालन अनुभव प्रधान ने किया। चित्रगुप्त धाम ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी मंगेश श्रीवास्तव के अनुसार इस यात्रा का समाज जनों द्वारा स्वागत किया गया। इस अवसर दिनेश कुमार श्रीवास्तव, युधिष्ठिर कुलश्रेष्ठ, भारत सक्सेना, मंगेश श्रीवास्तव, पल्लवी श्रीवास्तव, गीता सक्सेना, चेतना श्रीवास्तव, दिनेश श्रीवास्तव, आरती खरें, अनिल श्रीवास्तव, सुमेघ भटनागर, गणेश गोंड, प्रियांश श्रीवास्तव, देवेन्द्र श्रीवास्तव, जितेंद्र निगम, संजय श्रीवास्तव, अजीत गोंड, मदन गोपाल श्रीवास्तव, शोभा श्रीवास्तव, मदन गोपाल श्रीवास्तव, सत्य प्रकाश श्रीवास्तव, चंद्र मोहन श्रीवास्तव, सुनीता श्रीवास्तव, देव भटनागर, निखिलेश खरे, चेतन श्रीवास्तव, अम्बिका प्रसाद श्रीवास्तव, गोविंद नारायण श्रीवास्तव रीवा, नरेंद्र श्रीवास्तव नीमच, हेमंत खरे, रूप किशोर भटनागर, शिव श्रीवास्तव, प्रियंका भटनागर, पायल सक्सेना, जयंत गोड, ज्योति सक्सेना, अनिल श्रीवास्तव, जितेंद्र श्रीवास्तव, आशुतोष गोंड, सुनील कुलश्रेष्ठ, निखिल खरे, त्रिलोक निगम, आशा श्रीवास्तव, बृजेश श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे। आभार उर्मिला श्रीवास्तव ने माना।