अवैध हथियार ने ली एक ओर जान।
उज्जैन। दीपावली की रात को अपने एक दोस्त ओर इक छोटी बच्ची के साथ देवास गेट नाश्ता करने जा रहे अब्दाल पूरा निवासी संदीप राठोर की मामूली कहासुनी पर कुछ युवको ने चाकू से हमला कर हत्या कर दी। जैसा की सोशल मिडिया पर वायरल विडिओ में देखा जा सकता हे की गाड़ी से कट मारने की बात को लेकर संदीप राठौर से कुछ युवक विवाद कर रहे हे युवको में से एक ने अचानक अपने कपड़ो में छुपाया हुआ चाकू निकाल कर संदीप के गले ओर पीठ पर हमला कर दिया हमला इतना घातक था की कुछ ही पलों में संदीप वही बेहोश होकर गिर पड़ा ओर उसके साथी ने वहां से भाग कर हमला करने वालो से खुद की जान बचाई ऐसी ही चाकूबाजी की दो घटनाओ में इंदौर के दो युवको की जान भी गई हे
फिर हुई चाकू बाजी के शिकार युवक की मौत ।
फरियादी के अनुसार दीपावली के दिन अर्पित राठौर और गौतम शर्मा के बीच हुए विवाद को लेकर गौतम ने अर्पित को गालियां देना शुरू कर दिया।
इस बात पर दोनों के बीच फिर से झगड़ा बढ़ गया, जिसके दौरान आरोपी गौतम शर्मा ने अपने पास रखे हथियार से अर्पित राठौर पर दो बार हमला किया जिससे अर्पित गंभीर रूप से घायल हो गया।
घायल अर्पित को तत्काल फरियादी व उसके साथी द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया, उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई सवाल यह उठता हे की आज के समय में युवाओ में से दुर्लभअति दुर्लभ बनने की जो अंधी होड़ लगी हे उसमे उपयोग में आने वाले चाकू युवाओ तक ऑन लाइन ओर ऑफलाइन उपलब्ध कैसे हो रहे हे

आखिर कहाँ से आते हे ये हत्यारे चाकू।
इन चाकुओ की पिछली पीढ़ी में रामपुरी चाकुओ का नाम सबसे पहले सुनने में आता हे ,जब रामपुरी चाकू के बारे में सर्च किया तो पता चला की इन हथियारों का निर्माण 1880 के समय उ.प्र.के रामपुर के नवाबो में अपने लिए बनवाये थे ओर उस समय के बड़े लोग ही इन्हे अपने पास आत्मरक्षा के लिए रखते थे फिर कुछ समय बाद इन का चलन आम लोगो में भी बड़ा लेकिन यह हथियारका चलन 70 -80 के दशक की फिल्मो ने इसे अपराधियों के बिच कुख्यात किया उस समय की फिल्मो में विलेन का किरदार निभाने वाले गुण्डे रामपुरी चाकू का उपयोग आम जनता को डराने धमकाने में करते थे ,सन 1990 में उ.प्र. सरकार ने 10.6 से बड़े आकर के चाकू बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया हे लेकिन आज भी इस प्रकार के घातक आकार के चाकू अपराधियों ,माफिया तक कैसे पहुंच रहे हे यह बड़ा सवाल हे हालांकि पुलिस ओर प्रशाशन समय समय पर ऐसे अवैध हथियारों पर शिकंजा कसने की कोशिश करता हे लेकिन आये दिन होने वाली चाकूबाजी की घटनाओ में कई निर्दोष लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता हे।
पुलिस पर भी हमला।
पछले वर्ष माधव नगर थाने के आरक्षक आकाश जाटव व विक्रम सिंह गुरुवार रात को गश्त कर रहे थे। तभी बाइक पर बैठकर तीन संदिग्ध बदमाश जा रहे थे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो उन्होंने आरक्षक आकाश पर चाकू से हमला कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो ये थे ।