नर्मदा क्षिप्रा लिंक की नवीन पाईप लाईन का भूमि पूजन संपन्न, जल समस्या का होगा  स्थाई समाधान-महापौर श्री मुकेश टटवाल।

उज्जैन। नर्मदा क्षिप्रा लिंक के अंतर्गत नवीन पाईप लाईन कार्य का भूमि पूजन महापौर मद की राशि से राशि रुपए 1 करोड़ 88 लाख की लागत से 800 एमएम व्यास की 550 मीटर की इस नवीन पाईप लाईन के माध्यम से नर्मदा क्षिप्रा की इस लाइन को जोड़ कर गऊ घाट तक पानी लाया जाएगा जिससे जल प्रदाय व्यवस्था को और बेहतर किया जा सके जिसका भूमि पूजन सोमवार को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, महापौर श्री मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, जल कार्य प्रभारी श्री प्रकाश शर्मा द्वारा किया गया।
उज्जैन शहर की जलप्रदाय योजना का मुख्य स्रोत गंभीर बांध है बांध की कुल जल भराव क्षमता 2250 एमसीएफटी है बांध का निर्माण वर्ष 1992 में किया गया था शहर की जनसंख्या में वृद्धि शहर का विस्तार ग्रीष्म ऋतु में बांध में अल्प भंडारण एवं वर्षा ऋतु में देरी होने से शहर में जल संकट व्याप्त होता है इस हेतु नर्मदा क्षिप्रा लिंक परियोजना की पाइप लाइन से 800 एमएम व्यास रो वॉटर पंपिंग में जोड़कर गऊघाट जल यंत्रालय में सीधे जल प्राप्त किया जाएगा।
उक्त नर्मदा शिप्रा पाइपलाइन से कल 1500 एमसीएफटी वार्षिक जल प्राप्त किया जाना प्रस्तावित है जिससे ग्रीष्म ऋतु में शहर की जल गए व्यवस्था हेतु अतिरिक्त स्रोत प्राप्त होकर नागरिकों को नर्मदा का शुद्ध पेयजल प्राप्त हो सकेगा।

गंभीर डेम स्थित बिलकेश्वर महादेव का पूजन करते हुए शहर की पेयजल सप्लाई को लेकर समीक्षा की गई।

उज्जैन। पीएचई विभाग के प्रभारी श्री प्रकाश शर्मा द्वारा पदभार ग्रहण करने के पश्चात महापौर श्री मुकेश टटवाल के साथ गंभीर डेम स्थित श्री बिलकेश्वर महादेव का पूजन अर्चन करते हुए शहर की पेय जल सप्लाई  को लेकर चर्चा की गई।
गंभीर डेम पर महापौर श्री मुकेश टटवाल, पीएचई विभाग के प्रभारी श्री प्रकाश शर्मा एवं अधिकारियों के साथ डेम की जल क्षमता के बारे में जानकारी ली गई जिस पर अधिकारी द्वारा बताया कि वर्तमान समय में गमरी डेम में 300 एमसीएफटी पानी है। शहर की जलप्रदाय व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई की पेयजल पूर्ण क्षमता के साथ सप्लाई किया जा सके इसके लिए एक दिन पुराने शहर एवं एक दिन नए शहर में सप्लाई की जाए, जिससे पेयजल सप्लाई के दौरान पानी का प्रेशर भी बढ़ेगा एवं सप्लाई का समय भी अधिक होगा इस हेतु इसे प्रयोग के तोर पर एक सप्ताह के लिए किया जा कर देखा जाएगा की व्यवस्था ठीक होती है या नहीं साथ ही इस प्रयोग से पानी का अपव्यय भी कम होगा।
सोमवार को शहर में पेयजल सप्लाई किया गया था मंगलवार को शहर में पेयजल सप्लाई नहीं होगी बुधवार को संपूर्ण शहर में पेयजल सप्लाई की जाएगी साथ ही गुरुवार से एक दिन उत्तर क्षेत्र में एवं शुक्रवार को दक्षिण क्षेत्र में सप्लाई की जाएगी।
बैठक में एमआईसी सदस्य श्री कैलाश प्रजापत, झोन अध्यक्ष श्री विजय सिंह कुशवाह, श्री सुशील श्रीवास, श्री संग्राम सिंह भाटिया, पार्षद श्री हेमंत गहलोत, पीएचई के अधीक्षक यंत्री श्री एन.के. भास्कर, कार्यपालन यंत्री श्री राजीव शुक्ला, श्री एस.के. लाड उपस्थित थे।
गहरी करण कार्य का निरीक्षण किया गया।
गंभीर डेम पर समीक्षा के पश्चात महापौर श्री मुकेश टटवाल एवं उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा गहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया गया साथ ही जानकारी ली गई कि प्रतिदिन कितनी मात्रा में डंपर एवं ट्रैक्टर ट्राली मिट्टी निकाली जा रही है।