इश्योरेंस पॉलिसी भरपाई, व क्लेम सेटलमेंट करने के नाम पर 40 लाख रुपये जमा कराकर की गईथी ठगी ,राशि को केश आउट करने वाले डिस्ट्रीब्यूटर व मर्चेंट को राज्य साइबर पुलिस, उज्जैन ने किया गिरफ्तार ।
इश्योरेंस पॉलिसी समय पूर्व ही परिपक्वता राशि प्रदान करने का दिया था झांसा ।
इश्योरेंस पॉलिसी में फरियादी की आई.डी. अपडेट करने के नाम पर अलग अलग शुल्क के नाम कर करवाये थे लगभग 40 लाख रुपये ।
आरोपियो ने मनी ट्रासफर पेमेंट पोर्टल के माध्यम से निकलवायें 7,50,000 रूपये । मनी ट्रॉसफर पोर्टल के बैंक खाते में जमा करवायी थी राशि ।
स्वयं को ट्रेवल एजेंट बताकर करंट अकाउंट खुलवाया था ताकि प्रतिदिन ट्राजेक्शन कर सके । इश्योरेंस पॉलिसी, लोन व अन्य इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को 5 प्रतिशत पर देते थे नकद रूपये ।
ठग गिरोह दिल्ली एनसीआर के अलग अलग क्षेत्र से कालिंग कर लोगो के देते है झासां । तीन दिन तक दिल्ली, गुडगांव, गाजियाबाद में कड़ी मेहनत से पकड़ा गया आरोपी ।
पूर्व मे सदर अपराध मे अन्य 03 आरोपियो से अब तक पुलिस ने करीब 11,00,000 /- रूपये रिकवर करवाये है
अतिरिक्तपुलिस महानिदेशक महोदय, राज्य साइबर सेल, श्री योगेश देशमुख द्वारा नवीन एवं डिजीटल तकनीक का उपयोग कर आर्थिक साइबर अपराध के त्वरीत निराकरण के निर्देश दिये गये थे। इसी परिप्रेक्ष्य में पुलिस अधीक्षक राज्य सायबर पुलिस, जोन- उज्जैन डॉ. रश्मि खारया ने बताया कि ग्राम इमलीखेडा, जिला शाजापुर निवासी रमेशचन्द्र मेवाडा द्वारा राज्य साइबर सेल में दिसम्बर 2022 में शिकायत दर्ज करवायी की, कि उनके मोबाइल फोन पर एक अज्ञात व्यक्ति का काल आया व कालर द्वारा स्वंय को एस.बी.आई. लाइफ इंश्योरेंस का अधिकारी बताया व फरियादी को उसकी अलग अलग इश्योरेंस पॉलिसी के सबंध में चर्चा करते हुए बताया की आपकी पॉलिसी में आपके एजेंट की आई.डी. डली हुई है जिससे आपकी पॉलिसी से होने वाले समस्त लाभ आपको प्राप्त नही होकर आपके एजेंट को प्राप्त हो रहे है। कालर द्वारा फरियादी को बताया की आपको आपकी इश्योरेंस पालीसी में अपडेट करवाने के लिए आपकी अलग अलग पालीसी की राशि के हिसाब से टेक्स व अन्य शुल्क जमा करना होगा जब ही आपको पॉलिसी की राशि व अन्य प्राप्त होगे। फरियादी द्वारा कालर की बातो में विश्वास कर अलग अलग माह में जनवरी 2022 से लेकर दिसम्बर 2022 तक लगभग 40 लाख रुपये की राशि जमा की गई। जिसके बाद भी राशि बैंक खाते में प्राप्त नही होने पर फरियादी द्वारा इश्योरेंस प्रोवाइडर की आफिस जाकर पता किया तो वहा से ज्ञात हुआ की आपके साथ ठगी हुई है। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए जॉच उप निरीक्षक हिमांशु चौहान को सौंपी गई जिसकी जाँच पर अपराध कमाक 15/2023 धारा 419, 420 भादवि व 66 – डी आई. टी. एक्ट (सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम) अंतर्गत पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया।
विवेचना दौरान आये डिजिटल तथ्य व अन्य तकनीकी जानकारी के आधार एक विशेष टीम निरीक्षक आर.डी.कानवा, उपनिरीक्षक हिमांशु चौहान, सहायक उप निरी. हरेन्द्रपाल सिंह राठौर को दिल्ली एन. सी.आर. रवाना किया गया। टीम द्वारा लगातार 3 दिन तक अथक प्रयास कर रोहिणी, समयपुर बादली, शाहबाद
डेयरी व दिल्ली एन. सी. आर. क्षेत्र के अलग स्थानों पर तलाश की गई अत्यधिक प्रयासों के उपरांत दिल्ली के रवि कुमार निवासी शाहबाद डेयरी एवं राजेश कुमार राय निवासी जे,जे केम्प, बादली नई दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने पुछताछ पर बताया की उनके एक साथी जो वर्तमान में बिहार की जेल में बंद है के द्वारा इंश्योरेंस आफिस व लोन के काल सेंटर के माध्यम से लोगो को ठगकर बैंक खातों में रुपया प्राप्त किया जाता है। ठगी का रुपया फर्जी बैंक खातो के अलावा आनलाइन मनी ट्रॉसफर पोर्टल की सेवा प्रदान करने वाले मर्चेन्ट राजेश कुमार राय व उसके डिस्ट्रीब्युटर रवि कुमार के माध्यम से पोर्टल खाते में जमा करवाकर नगद आहरण कर हिस्सा बांट लेना स्वीकार किया। प्रकरण में आरोपियो द्वारा अन्य फर्जी बैंक खातो का प्रयोग करना बताया व कोई खाता फिज होने पर दुसरे बैंक खातो व आनलाइन मनी ट्रॉसफर पोर्टल कियोस्क के मर्चेन्ट को अधिक प्रतिशत प्रदान कर ठगी की राशि में केश आउट करना का उपयोग किया जाता। आरोपी राजेश कुमार राय ने बताया की उसके साथी लोग कुछ माह तक एक कमरा लेकर कॉल करते हैं फिर स्थान परिवर्तन कर लेते है । आरोपियो का पी. आर. लेकर द्वारा अन्य लोगों के साथ की गई ठगी के संबंध में अन्य जानकारी प्राप्त की जा रही है व अन्य बैंक खातो की जानकारी ली जा रही हैं व अन्य साथियो की तलाश की जा रही हैं ।
राज्य साइबर पुलिस, उज्जैन के दल जिसमें निरीक्षक आर. डी. कानवा, उपनिरीक्षक हिमाशुं सिंह चौहान, सहायक उप निरीक्षक हरेन्द्रपाल सिंह राठौर, आरक्षक कमल वरकडे, सुनिल पंवार, तृप्ति लोधी, रजनी निंगवाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।
👮🏻♂️Advisory 👮🏻♂️
❌कभी किसी भी अनजान कालर पर विश्वास नही करे।
❌इश्योरेंस पालीसी अथवा लोन के लिए नजदीकी शाखा में जाकर सपर्क करे ।
❌किसी अज्ञात कालर की बात पर किसी भी बैंक खाते में रुपया जमा नही करे ।
❌रिमोट एप जैसे टीम व्यूवर, एनीडेस्क, क्विक सर्पोट किसी के कहने पर इंस्टाल नही करे।
❌फोन काल पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिये जा रहे निर्देशो का पालन कतई नही करे ।
❌क्यू आर कोड स्केन करने पर बैंक खाते से रुपये निकलते है।
❌अपनी कोई भी व्यक्तिगत जानकारी सोशल मिडिया पर शेयर नही करे।