मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के 19 दिनों में 49 बड़े फैसले बने मिसाल मंगेश श्रीवास्तव ।

इंदिरा नगर युवा विकास समिति के अध्यक्ष मंगेश श्रीवास्तव ने विकास पुरुष प्रदेश के मुखिया श्री मोहन जी यादव के 19 दिन में उन 49 फैसले का स्वागत किया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के 19 दिनों में 49 बड़े फैसले बने बेमिसाल
विकास के साथ अब प्रदेश नई ऊंचाइयों को छुएगा, जनता कर रही चर्चा
भोपाल। जब से डॉ मोहन यादव जिन्हें उज्जैन शहर बाबा महाकाल का लाड़ला मानता है को 13 दिसंबर 2023 को देश के प्रधानमंत्री ने प्रदेश के मुख्यमंत्री की शपथ, समारोह में उपस्थिति दर्ज करा दिलाई थी। विकास पुरुष माने जाने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री ने महज 19 दिनों में कई बड़े फैसले लेकर जनता का विश्वास जीता है। बता दें कि देश के वरिष्ठों के विश्वास ने प्रदेश को एक ऐसा मुखिया दिया है। जो प्रतिदिन 18 घंटे काम करने के बाद भी प्रसन्नचित व पूरी ऊर्जा के साथ विकास के नए आयामों को आसमान की ऊंचाई तक ले जाने के लिए सक्षम है।
इंदिरा नगर युवा विकास समिति के अध्यक्ष मंगेश श्रीवास्तव ने कहा कि उज्जैन शहर की जनता उन्हें लाडले के साथ विकास पुरुष भी कहती है। विधायक व मंत्री रहते हुए डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन की संस्कृति व शहर में सैकड़ों प्रोजेक्ट लाकर विकास के स्तर को प्रदेशभर में फैलाया था। आज शहर महामृत्यंजय द्वार हो या शहर की विकसित कॉलोनियों हर तरफ डॉ. मोहन यादव के विकास को प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। वहीं शहर में धार्मिक सांस्कृतिक आयोजन बीते कई वर्षों से डॉ. मोहन यादव के संरक्षण में सैकड़ों बार आयोजित होते रहते है जिसमें माँ शिप्रा की परिक्रमा व चुनरी यात्रा के साथ विक्रम महोत्सव, गरबे व अन्य धार्मिक
गतिविधियां शामिल है। अब 19 दिनों के फैसलों पर नजर
मुख्यमंत्री का दायित्व मिलने के बाद से ही डॉ. मोहन यादव ने यह महत्वपूर्ण फैसले लिए जो अब पटल पर प्रत्यक्ष देखे जा सकते है।
प्रमुख निर्देश
सिंहस्थ-2028 के लिये उज्जैन शहर का ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान तैयार करें
. महाकाल मन्दिर में श्रद्धालुओं को कम समय में सुलभ दर्शन व्यवस्था की कार्य योजना बनायें
. जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण के पग पड़े, उन स्थानों को धार्मिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जायेगा
. पंचक्रोशी की तर्ज पर पूर्णिमा में भी यात्रा निकाली जाये
. उज्जैन में कोटी पैलेस, ग्राण्ड होटल एवं महाराजवाड़ा को नया स्वरूप प्रदान किया जायेगा
. जिले की पुरातत्व महत्व की सम्पत्तियों का रिनोवेशन प्राथमिकता से किया जाये
. एनएचएआई, शहर के बाहर की सड़कों के साथ अन्दर की सड़कों को भी डेवलप करें
. निर्धारित डेसीबल से अधिक लाऊड स्पीकर बजने पर लगातार कार्यवाही चलती रहें
. महाकाल मन्दिर में श्रद्धालुओं को मन्दिर तक पहुंचने में अधिक न चलना पड़े इसकी कार्य योजना बनाई जाये
. खुले में मांस-मछली बेचने वालों के विरूद्ध अभियान निरंतर जारी रहे।
. गुना जिले में हुई बस दुर्घटना की सूचना मिलते है जिले के जिम्मेदार कलेक्टर, एसपी, आरटीओ, निगमायुक्त को तत्काल हटा कर सभी दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के आदेश के साथ घटना में पीड़ित परिवारों
को सहायता राशि का भी आदेश पारित किया। प्रदेश के समस्त आईजी/डीआईजी/एसपी एवं अन्य
अधिकारियों ने रात 12 से सुबह 5 बजे के बीच 125 से अधिक थानों का औचक
निरीक्षण किया। ऽ शहरों में यातायात प्रबंध सुगम
बनाए।
.प्रति मंगलवार होने वाली जनसुनवाई के अलावा प्रतिदिन समस्याओं का उचित समाधान किया जाए।
पटवारी और अन्य कर्मचारी रात्रि विश्राम कर भी ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी समस्याएं हल करें।
● वीआईपी दौर के समय आम नागरिक परेशान न हों, इस बात का विशेष ध्यान रखें।
. उज्जैन की विनोद मिल और इंदौर
की हुकुमचंद मिल के श्रमिकों को देनदारी की राशि दी गई है। इसी तरह ग्वालियर की जैसी मिल के श्रमिकों को भी यह लाभ दिलवाने के
लिए रोडमैप बनाएं। ऐसा कार्य होना चाहिए जिससे
मध्यप्रदेश को विकास और कानून व्यवस्था के क्षेत्र में मिसाल के रूप में स्थापित किया जा सके।
.आगामी 20-25 वर्ष की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाएं और लागू करें।
.आमजन से प्राप्त होने वाली शिकायतों का समय पर निराकरण हो। नगर से ग्राम तक नागरिकों को
सरलता से सेवाएं दिलवाने का कार्य हो।
● जिलों में कलेक्टर और कमिश्नर के साथ वरिष्ठ अधिकारी मॉनीटरिंग करें, यह
वरिष्ठ अधिकारी सेतु की भूमिका निभाएंगे। ऽ अधिकारी आकस्मिक दौरा भी करेंगे,
तो जनता को अच्छी सेवाएं मिलेंगी।
संक्राति, श्रावण, माघ आदि के अवसर पर बुजुर्ग यात्री कुछ दिन विश्राम कर सके, इसके लिए धर्म स्थलों के नजदीक
आश्रम एवं अन्य आवासीय व्यवस्था की
जाए। ऽ ग्रामीण क्षेत्र में किसानों को कृषि कार्य के साथ ही पशुपालन के लिए आवश्यक्त सहयोग दिया जाए।
.विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करते हुए किसानों की आय वृद्धि के प्रयास हो।
. गुजरात जैसे राज्यों में ग्रामोद्योग के सफल प्रयोग हुए है इन्हें मध्यप्रदेश में लागू
किया जाए। ऽ भोपाल के बीआरटीएस को चरणबद्ध रूप से हटाया जाएगा। इस निर्णय से व्यस्त मागों पर यातायात का दबाव कम हो
सकेगा। ● बीआरटीएस के स्थान पर सेंट्रल रोड
डिवाइडर बनाया जाएगा।
. धार्मिक और आध्यात्मिक स्थानों पर
मूर्तियों और भगवान जी के वस्त्रों के निर्माण हेतु स्थानीय लोगों को रोजगार देने और स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के लिए कला
शिविर लगाए जाएं। लघु उद्योगों को प्रोत्साहित किया जाए
जिससे स्थानीय लोगों की भी आय वृद्धि होगी और विविध वस्तुओं की उपलब्धता से धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़वा
मिलेगा। तिरुपति की तर्ज पर उज्जैन में भी
ट्रैफिक व्यवस्था के लिए कदम उठाए जाएं जिससे श्रद्धालुओं को आने-जाने में असुविधा न हो।
.पटवारी अपने मुख्यालय की ग्राम पंचायत में रात्रि विश्राम कर भी समस्याएं हल
करें। ऽ विभागीय स्तर पर दिखाई देने वाली कमियां दूर करें।
.राजस्व प्रकरणों में लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई की जाए।
.लबित कायों की सतत समीक्षा हो। ऽ अभियान चलाकर नागरिकों की
समस्याओं का निराकरण किया जाए। ● जहां आवश्यक हो, पुलिस बल का सहयोग लेकर, नागरिकों की राजस्व से
संबंधित परेशानियां हल की जाएं। ऽ नई शिक्षा नीति का प्रदेश में तेजी से बेहतर क्रियान्वयन हो।
. प्रयास करें कि हम स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में देश में अग्रणी बनें।
. स्कूल शिक्षा विभाग अन्य विभागों से समन्वय कर समस्याओं का निराकरण
करें।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का विशेष ध्यान
रखा जाए।
. जमीनी स्तर पर विभागीय कार्यों का निरीक्षण भी किया जाए।
सीएम राइज स्कूल के निर्माण में आने वाली अड़चनों को दूर किया जाए। नई शिक्षा नीति और सीएम राइज
स्कूल के संबंध में धरातल पर स्थिति का जायजा लें और कठिनाईयां दूर करें। ●मध्यप्रदेश में व्यावसायिक शिक्षा के विस्तार के लिए किए जा रहे प्रयासों में और
गति लाई जाए।
. विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के लिए प्रवेश लेने के दौरान ही वोकेशनल स्टडीज से जोड़कर रोजगार और स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाए।
. नए सीएम राइज विद्यालयों के लिए चयन में व्यावहारिक आधार पर निर्णय लिया जाए और विद्यालयों के निर्माण में डिजाइन और अन्य सभी व्यवस्थाओं को भी बेहतर तरीके से पूर्ण किया जाए।
. राज्य शासन की प्राथमिकताओं और संकल्प पत्र के बिन्दुओं के अनुरूप कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत की जाए। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
उज्जैन संभाग की समीक्षा बैठकों के साथ प्रदेश के अन्य विभागों की बैठकें ले चुकें है। जो मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का प्रदेश के प्रति
जवाबदेहि को शतप्रतिशत उत्सुकता के साथ पूर्ण होने के लिये अग्रसर है। जिसे जनता जल्द ही प्रमाणिकता के साथ प्रदेश भर में देख सकेगी साथ
ही प्रदेश भर में हो रही भ्रष्टाचारी पर भी मोहन यादव सस्कार नकेल कसने के लिये महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाली हैं।