उज्जैन। अति. पुलिस महानिदेशकापुमनि उज्जैन जोन उज्जैन एवं पुलिस उप महानिरीक्षक उज्जैन रेंज उज्जैनद्वारा जिले के अपराधों की समीक्षा करने पर जिले के विभिन्न थानों में लंबित वाहन चोरी की घटनाओं तथा वाहन चोरों पर प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु जिले सभी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक।अनुविभागीय अधिकारी, थाना प्रभारीगण तथा क्राइम ब्रान्च को निर्देशित किया गया । इस हेतु एक विस्तृत कार्योजना बनाई गई., जिस पर से जिले हुई वाहन चोरी की घटनाओं के घटना स्थल का पुनः निरीक्षण, घटना के समय, संकलित किए गए सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी डाटा, पूर्व के आदतन अपराधियों से पूछ्ताछ, घटना के समय अज्ञात आरोपियों द्वारा उपयोग किए गए रास्ते आदि का सूक्ष्मता से विश्लेषण किया गया तथा घटना के परिपेक्ष्य में मुखबिरो से प्राप्त आसूचना तथा आसपास के थाना क्े्रव जिलो के वाहन मेकेनिकों आदि से संकलित जानकारी के विश्लेषण के आधार पर कुशल कार्य योजना तैयार की गई । जिसके अंतर्गत जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारियो के नेतृत्व में विभिन्न दल का गठन कर चोरो पर शिकंजा कसने व मश्रुका बरामदगी हेतु एक 15 दिवसीय विशेष अभियान संचालित किया गया। परे जिले के सभी थानें में समय, स्थान बदल-बदल कर प्रभावी चेकिंग लगाई गई और हर संदिग्ध गाडी की जांच की गई। विभिन्न थाना के्ों के पूर्व में गिरफ्तार शुदा आरोपियों पर नजर रखी गईव वन टूवन सभी से कडाई से पूछताछ की गई। जिला देवास के सांमगी, टोककला एवं पांदा में निवासरत् आपराधिक व्यक्तियों के संबंध में सूचना तंत्र मजबूत कर जानकारी एकत्रित की गई। डेरो की रैकी की गई। निवासरत् संदेहियों की जीवन शैली के संबंध में जानकारी ली गईं। डेरो पर पहुंचने वाले सभी सम्भावित मार्गों पर रैकी कर दबिशदी गई । अतिरिक्त पुलिस अधीकषक नगर पुलिस अधीक्षक,अनुविभागीय पुलिस अधिकारी, थाना प्रभारीगण एवम् क्राइम ब्रांच की टीम बनाकर दबीश दी गई। जिला रतलाम के थाना ताल के ग्राम पंथ पिपलोदा तथा जावरा के ग्राम उकेरिया, टांडा, राजाखेडी, ग्राम भूतेडा तथा जिला झालावाड, राजस्थान के ग्राम बामनदेवरिया थाना उन्हेल नागेश्वर में स्थित अपराधिक लोगो के डेरो पर अतिरिकत पुलिस अधीक्षक नगर पुलिस अधीक्षक,अनुविभागीय पुलिस अधिकारी, थाना प्रभारीगण एवम् क्राइम ब्रांच की टीम बनाकर दबीश दी गई। जिले के (शहर एवं देहात) के पार्किंग की चेकिंग कर संदिग्ध व्यक्तियों तथा पार्किंग से जानकारी प्राप्त की गईं। उक्त विश्लेषण के दौरान यह भी ज्ञात हुआ कि अधिकांश वाहनों की चोरी पार्किंग स्थलों से ही हुई है। जिस पर शहर में मुख्य पाकिंग स्थल आर.डी. गार्डी हॉस्पिटल स्थित पार्किंग, महाकाल पार्किंग ,रेलवे स्टेशन पार्किंग आदि मुख्य स्थानों सें चोरी होना पाया गया है, पार्किंग स्थलों की चैकिंग की गईं। इन समस्त तथ्यों का सूक्ष्मतः से समग्र अध्ययन किया जाकर एक कुशल कार्य योजना तैयार की गई। जिसके आधार पर इन आरोपियों सेबारीकी से पूछताछ कर तस्दीक करने पर एं इनके सी.डी.आर.एनालिसिस करने पर उज्जैन पुलिस को 162 वाहन जप्त करने तथा 15आरोपीयों को गिरफ्तार किये जाने में उज्जैन पुलिस को सफलता मिली।
इन वाहनों का उपयोग चेन स्नेचिंग,ट्रक कटिंग और एनडीपीएस एक्ट व अबकारी एक्ट के परीवहन में किया जाने की संभावनाएँ भी है। इन वाहनों की जानकारी सभी थानों और अन्य राज्यों को तथा एससीआरबी भोपाल को दी गई है। यह कदम अपराधों पर प्रभावी नियंतरण और आरोपियों की पहचान सुनिश्वित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। उज्जैन पुलिस इन मामलों पर कड़ी नजर रख रहा है और संबंधित थानों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, अन्य राज्यों के साथ समन्वय स्थापित कर अपराधियों पर नकेल कसने के प्रयास किए जा रहे हैं। उज्जैन पुलिस के द्वारा इन वाहनों के मालिकों से भी संपर्क किया। वाहन मालिकों ने बताया कि उनके वाहन या तो चोरी हो गए थे, या उन्होंने वह वाहन किसी को बेच दिया था, या फिर बैंक द्वारा वाहन की जब्ती की गई थी। कुछ मामलों में ऐसा भी सामने आया कि मालिक के किसी परिचित या उनके नौकर ने वाहन को लेकर उपयोग किया और बाद में वापस न करना अवगत कराया है। पुलिस इन सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन वाहनों का अपराधों में कैसे उपयोग किया गया। पुलिस विभाग मामले की तह तक जाकर आवश्यक कार्रवाई सुनश्चित कर रहा है।
दो पहिया वाहन को चोरी से बचाने के लिए इनआसान और प्रभावी उपायों का पालन किये जाने हेत उज्जैन पुलिस की अपील।
सुरक्षित पार्किंग चुनें, हमेशा अपने वाहन को सुरक्षित और सीसीटीवी कैमरे लगे स्थानों पर पार्क करों सुनसान या अंधेरी जगहों से बचें।
लॉक सिस्टम का उपयोग करं, हमेशा हैंडल लॉक करें।
अतिरिक्त सुरक्षा के लिए डिस्क ब्रेक लॉक या चेन लॉक का उपयोग करें।
जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस लगवाएं। अलार्म सिस्टम लगवाएं जो चोरी के प्रयास पर आवाज करे।
इंजन इम्मोबिलाइज़र का उपयोग करें, जिससे बिना सही चाबी के वाहन स्टार्ट न हो सके।
सावधान रहें,वाहन को सार्वजनिक स्थानों पर ज्यादा समय तक न छोडें।अपने वाहन में डबल लॉकिंग सिस्टम लगवाएं जैसे कि क्लच लॉक और गियर लॉक। यह वाहन कस्टार्ट करना और हिलाना मुश्कल बनाता है।
वाहन को घर के अंदर रखें या घर के परिसर में खड़ा करें।
नई तकनीक वाली स्मार्ट की का उपयोग करें, जिसमें डिजिटल कोड या फिंगरप्रिंट का विकल्पहै।
अपनी गाड़ी पर ऐसी फ्लैश लाइट्स लगवाएं जो किसी के छूने पर सक्रिय हो जाएं।
वाहन में रिमोट किल स्विच इंस्टॉल करें जो चोरी के प्रयास पर वाहन की पावर कट कर दे।
जप्त वहानों का विवरण।