उज्जैन । सेक्टर आफिसरों का नियंत्रण बेहतर ढंग से हो, निष्पक्ष एवं सुचारू रूप से मतदान कराना हम सबकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने घट्टिया एवं तराना विधानसभा क्षेत्रों के सेक्टर आफिसरों एवं पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर चुनाव प्रक्रिया के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा तथा जिला पंचायत सीईओ श्री मृणाल मीना ने संयुक्त रूप से तराना एवं घट्टिया विधानसभा क्षेत्रों के सेक्टर आफिसरों एवं पुलिस अधिकारियों की अलग-अलग संयुक्त रूप से बैठक लेकर निर्देश दिये कि चुनाव के दौरान व्यवधान उत्पन्न करने वालों के विरूद्ध सख्ती से निपटा जाये, चाहे कोई भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो। अपने-अपने सेक्टर में सेक्टर आफिसरों का नियंत्रण बेहतर ढंग से हो, क्योंकि सेक्टर आफिसर मतदान की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। निर्वाचन के कार्य में लगे सभी अधिकारी-कर्मचारी एक टीम के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व को सम्पन्न कर सफल बनाने में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करें। निष्पक्ष एवं सुचारू रूप से मतदान कराना हम सबकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कुमार पुरुषोत्तम ने घट्टिया एवं तराना विधानसभा क्षेत्र में समस्त सेक्टर आफिसरों एवं पुलिस अधिकारियों की अलग-अलग बैठक लेकर चुनाव की प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि हम सब चुनाव में आयोग के निर्देशों का पालन कर मतदान की प्रक्रिया को सम्पन्न कराते हैं। हम सब चुनाव आयोग के कंट्रोल में काम कर रहे हैं। स्वतंत्र, निष्पक्ष और सुचारू रूप से मतदान की प्रक्रिया को सम्पन्न कराने में हम सबकी जिम्मेदारी है। मतदान में सेक्टर आफिसर एवं पुलिस अधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। किसी भी मतदान केन्द्र पर कोई समस्या हो तो पहले सेक्टर आफिसर ही मतदान केन्द्र पर पहुंचकर समस्या का निराकरण करने में उनकी भूमिका पहले होती है। सेक्टर आफिसरों को अपने-अपने सेक्टर की सम्पूर्ण जानकारी, रूट तथा चुनाव में लगे सभी अधिकारी-कर्मचारी से आपसी समन्वय स्थापित कर जीवंत संवाद होना चाहिये। सेक्टर आफिसरों को ईवीएम मशीन की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी होना आवश्यक है। ग्राम पंचायत सचिव, बीएलओ, चौकीदार आदि के मोबाइल नम्बर सेक्टर आफिसर के पास होना चाहिये और इस सम्बन्ध में उनकी मतदान केन्द्रवार बैठक लेकर संवाद स्थापित करना चाहिये, क्योंकि उक्त कर्मचारी सही फीडबेक देते हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कुमार पुरुषोत्तम ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरश: पालन किया जाना चाहिये। आयोग की गाईड लाइन, निर्देश आदि का अध्ययन जरूर करना चाहिये। मतदान केन्द्र पर जो मापदण्ड आयोग के द्वारा निर्धारित किये गये हैं, उसका पालन किया जाना चाहिये और सम्बन्धितों से भी कराया जाना चाहिये। जनपद पंचायत सीईओ और नगरीय निकाय के सीएमओ की जिम्मेदारी है कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण करे और मतदान केन्द्रों पर एक अच्छा वातावरण निर्मित हो, यह प्रयास सुनिश्चित किया जाये, ताकि मतदान केन्द्रों पर मतदानकर्मी को अच्छा लगे।
बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शिकायत मिलने पर उनका त्वरित निराकरण किया जाना चाहिये। आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराया जाना चाहिये। आचार संहिता का सख्ती से पालन करायेंगे तो निश्चित ही चुनाव में बाधा न आयेगी। सम्पत्ति विरूपण, कोलाहल नियंत्रण का पालन कराया जाये। शिकायतों को रिस्पांस दें, ताकि मौके पर ही शिकायत का निराकरण हो सके। नाम निर्देशन-पत्र शनिवार 21 अक्टूबर से लेना प्रारम्भ हो जायेंगे। आरओ के कक्ष में आयोग के निर्देश अनुसार अभ्यर्थी के साथ निर्धारित की गई संख्या के अनुसार पालन किया जाये। वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी कराई जाना आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिये कि इलेक्शन मैनेजमेंट प्लान बनाकर कार्य किया जाये। चुनाव के दौरान आरओ के पास सारे अधिकार होते हैं। चुनाव का वैधानिक काम आरओ का है। उन्होंने सेक्टर आफिसरों से कहा कि उन्हें भ्रमण के लिये जल्द वाहन उपलब्ध करवा दिये जायेंगे। आचार संहिता के दौरान समान भाव से उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। जल्द ही विधानसभा क्षेत्रों में प्रेक्षकों की नियुक्ति हो रही है और वे सतत अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण करेंगे, इसलिये मतदान केन्द्रों की चाक-चौबंद बुनियादी व्यवस्थाएं ठीक हो, यह सुनिश्चित कर लिया जाये। निष्पक्ष चुनाव कराना हमारी सबकी जिम्मेदारी है।
पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आचार संहिता का अनिवार्य रूप से पालन हो, सम्पत्ति विरूपण, शराबबंदी, वाहन चेकिंग लगातार अपने-अपने क्षेत्रों में होना चाहिये। मतदान शान्तिपूर्ण सम्पादन कराने के लिये बाहर से सुरक्षा बल आ चुका है। अपने-अपने क्षेत्रों में आदतन अपराधियों पर अंकुश लगाकर उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि भयमुक्त चुनाव सम्पन्न कराया जाये। चुनाव में दुष्प्रचार न हो, इस प्रकार का विशेष ध्यान दिया जाये। अधिकारी संयुक्त रूप से लगातार अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण करें। आपस में संवाद लगातार स्थापित होना चाहिये। मतदान केन्द्रों पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था मतदान केन्द्र, मतदान सामग्री आदि की व्यापक सुरक्षा व्यवस्था हो। निर्वाचन आयोग के निर्देशों का नियमानुसार कार्यवाही कर सुव्यवस्थित ढंग से मतदान करवाया जाना सुनिश्चित करें। अधिकारी टीमवर्क से काम कर समन्वय, सम्पर्क, संवाद स्थापित कर चुनाव की प्रक्रिया को बेहतर ढंग से सम्पन्न करायें। रात्रि 10 बजे के बाद कोलाहल नियंत्रण का पालन कराया जाये। अवैध शराब पर रोक, वाहनों की चेकिंग लगातार अपने-अपने क्षेत्रों में की जाये। किसी भी क्षेत्र में मुफ्त में वितरित की गई सामग्रियों पर रोक होना आवश्यक है। शिकायतों पर कार्यवाही तुरन्त होना चाहिये। प्रतिबंधात्मक कार्यवाही आदतन अपराधियों पर की जाये।
जिला पंचायत सीईओ श्री मृणाल मीना ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने-अपने सेक्टरों में स्थापित मतदान केन्द्रों की व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान दिया जाये। मतदान केन्द्रों पर रैम्प, शौचालयों, दीवार लेखन आदि का कार्य मतदान दिवस के पूर्व कराया जाना सुनिश्चित करें। स्वीप अन्तर्गत जिन मतदान केन्द्रों में गत वर्ष कम मतदान हुआ था, उन मतदान केन्द्रों पर अधिक ध्यान देकर मतदाताओं को मतदान के लिये जागरूक किया जाये। श्री मीना ने जनपद पंचायत सीईओ एवं नगरीय निकायों के सीएमओ को अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण कर मतदान दिवस के पूर्व मतदान केन्द्रों पर सभी आवश्यक बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जाये।
बैठक में घट्टिया में आरओ श्रीमती रंजना पाटीदार एवं तराना में आरओ श्री राजेश बोरासी तथा सम्बन्धित विधानसभा क्षेत्रों के सेक्टर आफिसर एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि फोटोयुक्त मतदाता सूची द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अनुसार 4 अक्टूबर को मतदाता सूचियों का अन्तिम प्रकाशन तक जिले में कुल मतदाता कुल 15 लाख 38 हजार 304 है। इसमें पुरूष मतदाता 7 लाख 76 हजार 495 एवं महिला मतदाता 7 लाख 60 हजार 189 है। इसमें थर्ड जेण्डर 72, भारत से बाहर 13 मतदाता, दिव्यांग मतदाता 8896, वरिष्ठ नागरिक 80 प्लस 26460 और सर्विस मतदाता 1548 शामिल है। इस प्रकार जिले में कुल 4 अक्टूबर तक की स्थिति में 15 लाख 38 हजार 304 मतदाता है। जिले में लिंगानुपात 979 है और ईपी रेशो 66.81 है, जो राष्ट्रीय स्तर से ऊपर है।
उल्लेखनीय है कि 4 अक्टूबर तक की स्थिति में नागदा खाचरौद विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 2 लाख 81 हजार 529, महिदपुर में 2 लाख 15 हजार 308, तराना में एक लाख 87 हजार 865, घट्टिया में 2 लाख 23 हजार 235, उज्जैन उत्तर में 2 लाख 28 हजार 164, उज्जैन दक्षिण में 2 लाख 57 हजार 960 और बड़नगर विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 4 हजार 243 मतदाता है।
उज्जैन जिले में कुल 1824 मतदान केन्द्र स्थापित किये गये हैं। इनमें 203 क्रिटिकल मतदान केन्द्र हैं। नागदा-खाचरौद विधानसभा केन्द्र में मतदान केन्द्र 271 एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्र 34, महिदपुर विधानसभा केन्द्र में मतदान केन्द्र 262 एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्र 27, तराना विधानसभा केन्द्र में मतदान केन्द्र 238 एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्र 27, घट्टिया विधानसभा केन्द्र में मतदान केन्द्र 279 एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्र 29, उज्जैन-उत्तर विधानसभा केन्द्र में मतदान केन्द्र 257 एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्र 30, उज्जैन-दक्षिण विधानसभा केन्द्र में मतदान केन्द्र 285 एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्र 27 तथा बड़नगर विधानसभा केन्द्र में मतदान केन्द्र 232 एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्र 29 हैं।